रायपुर, 12 जून। राजधानी के गंज थाना क्षेत्र स्थित रेलवे स्टेशन के पास सत्कार गली में बुधवार देर रात उस समय हड़कंप मच गया जब एक घर में संचालित केमिकल गोदाम में भीषण आग लग गई। आग लगने के बाद गोदाम में रखे लेबोरेट्री केमिकल के डिब्बों में जोरदार धमाके होने लगे, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई।
घटना रात करीब 9 बजे की है जब स्थानीय लोगों ने धुएं और लपटों को उठता देखा। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और अंदर रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया। आग की चपेट में आकर एक मालवाहक ऑटो भी जल गया।
सूचना मिलने पर दमकल की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। हालात की गंभीरता को देखते हुए SDRF की टीम को भी बुलाना पड़ा। आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को दीवारें गिरानी पड़ीं और सीढ़ियों की मदद से अंदर घुसकर आग को बुझाया गया।
गंभीर लापरवाही की आशंका, पुलिस जांच में जुटी
घटना के बाद सामने आया कि जिस इमारत में आग लगी, वहां रिहायशी इलाके के बीच लंबे समय से केमिकल का काम किया जा रहा था। आस-पास होटल और लॉज होने के चलते आग की लपटें फैलते ही लोग अपने कमरे छोड़कर बाहर निकल आए।
पुलिस ने बताया कि लक्ष्मी केमिकल नाम की कंपनी इस गोदाम का संचालन कर रही थी। कंपनी मालिक संदीप वर्मा ने बताया कि उनका मुख्य गोदाम उरला में है, जबकि स्टेशन रोड स्थित यह गोदाम छोटा स्टॉक प्वाइंट था।
हालांकि आग लगने की असली वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि रिहायशी क्षेत्र में खतरनाक और ज्वलनशील रसायनों को कैसे और किस अनुमति के आधार पर रखा गया था। साथ ही यह भी देखा जाएगा कि गोदाम में अग्नि सुरक्षा के क्या इंतजाम थे।
बिजली आपूर्ति बंद, अफरा-तफरी का माहौल
आग की भयावहता को देखते हुए इलाके की बिजली आपूर्ति एहतियातन काट दी गई थी, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शुरुआती कुछ मिनटों में लोगों को लगा कि सामान्य आग है, लेकिन केमिकल के डिब्बों में धमाके शुरू होते ही स्थिति समझ में आई। SDRF और दमकल की टीमों ने तत्परता दिखाते हुए बड़ी दुर्घटना को टाल दिया।
एक और गोदाम की जानकारी से बढ़ी चिंता
पुलिस को जानकारी मिली है कि जिस इमारत में आग लगी थी, उसके बगल में स्थित एक अन्य मकान में भी केमिकल से जुड़ा गोदाम संचालित किया जा रहा है। इससे पूरे क्षेत्र में फिर से खतरे की आशंका जताई जा रही है।
फिलहाल पुलिस और प्रशासनिक टीमें पूरे मामले की जांच कर रही हैं। अग्निशमन विभाग भी गोदाम में फायर सेफ्टी इंतजामों की रिपोर्ट तैयार कर रहा है।
रिहायशी इलाकों में औद्योगिक गतिविधियों पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि रिहायशी और भीड़भाड़ वाले इलाकों में ऐसे खतरनाक केमिकल गोदामों की इजाजत आखिर कैसे दी जाती है। यदि समय रहते आग पर काबू नहीं पाया गया होता, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था।
प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और ऐसे असुरक्षित गोदामों की पहचान कर उन्हें हटाया जाएगा।