**कोरबा में युवती ने फंदे से लटककर दी जान: गुपचुप का ठेला लगाती थी प्रीति, छत्तीसगढ़ी में लिखा दिल छूने वाला सुसाइड नोट 😢**
कोरबा जिले के नेहरू नगर में 26 साल की प्रीति चौहान ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। प्रीति, जो बालको में गुपचुप का ठेला लगाकर अपनी आजीविका चलाती थी, गुरुवार रात काम खत्म कर घर लौटी और सोने चली गई। लेकिन शुक्रवार सुबह जब वह देर तक कमरे से बाहर नहीं आई, तो परिजनों का दिल घबराया। आनन-फानन में छज्जा तोड़कर कमरे में दाखिल हुए, जहां प्रीति का शव कपड़े के फंदे से लटकता मिला। 😞
**छत्तीसगढ़ी में लिखा सुसाइड नोट, बयां किया दर्द 💔**
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला, जो छत्तीसगढ़ी भाषा में लिखा था। नोट में प्रीति ने अपने माता-पिता और परिवार के प्रति गहरा प्यार जताया, लेकिन कुछ अनकही तकलीफों का जिक्र करते हुए लिखा, *"कुछ बात हावय जेकर से तकलीफ हे।"* इस नोट ने सभी को भावुक कर दिया।
**परिवार और पुलिस में छाया मातम 🕯️**
प्रीति की मां चमरा राम चौहान रेशम विभाग में कार्यरत हैं। परिवार को लगा कि रात को दुकान बंद कर लौटने के बाद प्रीति थकान के कारण जल्दी सो गई थी। लेकिन सुबह का दृश्य उनके लिए सदमा बन गया। बालको थाना पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। प्रीति 12वीं पास थी और मेहनत से अपना छोटा-सा व्यवसाय चला रही थी।
**क्या थी प्रीति की तकलीफ? 🤔**
पुलिस अब इस बात का पता लगाने में जुटी है कि आखिर ऐसी क्या वजह थी, जिसने प्रीति को इतना बड़ा कदम उठाने के लिए मजबूर किया। परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं, लेकिन मौत का रहस्य अभी अनसुलझा है।