**कोरबा के बोईदा गांव में धूमधाम से मना अक्ती तिहार: ठाकुर देव की पूजा, फसल-समृद्धि की दुआ, ग्रामीणों ने निभाई 'अक्ती बियासी' की रस्म**

 **कोरबा के बोईदा गांव में धूमधाम से मना अक्ती तिहार: ठाकुर देव की पूजा, फसल-समृद्धि की दुआ, ग्रामीणों ने निभाई 'अक्ती बियासी' की रस्म**

कोरबा जिले के पाली ब्लॉक के बोईदा गांव में अक्ती तिहार का पर्व उत्साह और भक्ति के साथ मनाया गया। ग्रामीणों ने एकजुट होकर ठाकुर देव और ग्राम देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की, जिसमें सुख-शांति, अच्छी फसल और समृद्धि की कामना की गई। यह पर्व गांव की सांस्कृतिक एकता और आस्था का जीवंत प्रतीक बनकर उभरा।

### **ठाकुर देव को चढ़ाया चल्होत्तरी**

सुबह से ही बोईदा गांव में उत्सव का माहौल था। भक्ति दिवस के अगले दिन सभी ग्रामीण ठाकुर देव स्थल पर जुटे। बैगा उदय सिंह मरावी और बलदेव जगत ने परंपरागत विधि-विधान से पूजा संपन्न कराई। ग्रामीणों ने मिलकर ठाकुर देव को चल्होत्तरी चढ़ाया। पूजा के बाद प्रसाद वितरण ने माहौल को और भी भक्तिमय बना दिया।

### **'अक्ती बियासी' की प्रतीकात्मक रस्म**

पर्व के दौरान बच्चों और युवाओं ने खेतों में बीज बोने की प्रतीकात्मक रस्म 'अक्ती बियासी' निभाई, जो वर्षा ऋतु की शुरुआत का संकेत देती है। यह परंपरा न केवल धार्मिक, बल्कि कृषि आधारित जीवनशैली को भी दर्शाती है। गांव के बुजुर्गों ने इसे सामूहिकता और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक बताया।

### **परंपरा जो जोड़ती है दिल**

बैगा उदय सिंह मरावी ने बताया कि अक्ती तिहार की यह विशेष परंपरा भुखमरी, बीमारी और विपदाओं से गांव की रक्षा के लिए मनाई जाती है। वहीं, बैगा बलदेव जगत ने कहा कि इस पर्व की तैयारियां ग्रामीण पहले से शुरू कर देते हैं। यह त्योहार गांव की एकता को मजबूत करने के साथ-साथ आस्था को भी प्रगाढ़ करता है।

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