रायपुर। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा सोमवार को 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए गए। इस वर्ष छत्तीसगढ़ से परीक्षा में शामिल हुए छात्रों ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। राज्य का कुल परिणाम 90.52% रहा, जो पिछले वर्षों की तुलना में बेहतर है। खास बात यह रही कि एक बार फिर छात्राओं ने छात्रों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। छात्राओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 92.31% रहा, जबकि छात्र 88.94% के साथ पीछे रह गए।
छात्राओं ने कायम रखी बढ़त
यह पहला मौका नहीं है जब छात्राओं ने बाजी मारी है। बीते वर्षों में भी लड़कियों ने अकादमिक परिणामों में अपनी श्रेष्ठता कायम रखी है। इस वर्ष भी उन्होंने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि अगर उन्हें समान अवसर मिलें तो वे किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि लड़कियों में अनुशासन, नियमितता और पढ़ाई के प्रति गंभीरता उन्हें यह बढ़त दिलाने में सहायक बनती है।
राज्यभर के स्कूलों में खुशी की लहर
रिजल्ट जारी होते ही राज्यभर के CBSE स्कूलों में जश्न का माहौल देखने को मिला। कई स्कूलों में टॉप करने वाले छात्रों का सम्मान किया गया। स्कूल प्रबंधन, शिक्षक और अभिभावकों ने इस सफलता का श्रेय छात्रों की मेहनत, शिक्षकों की मार्गदर्शन और अभिभावकों के सहयोग को दिया।
रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग के स्कूलों का शानदार प्रदर्शन
राजधानी रायपुर सहित बिलासपुर और दुर्ग जैसे जिलों के CBSE स्कूलों ने इस बार बेहतर प्रदर्शन किया है। इन जिलों के कई स्कूलों का रिजल्ट 95% से भी ऊपर रहा। कई स्कूलों में 100% परिणाम देखने को मिला, जहां सभी छात्र उत्तीर्ण हुए।
ऑनलाइन पढ़ाई से चुनौतियां, फिर भी सफलता
पिछले कुछ वर्षों से कोविड-19 महामारी के कारण पढ़ाई में आई बाधाओं के बावजूद छात्रों ने जिस तरह से अच्छा प्रदर्शन किया, वह सराहनीय है। ऑनलाइन कक्षाओं, संसाधनों की कमी और मानसिक दबाव के बावजूद बच्चों ने हार नहीं मानी और कड़ी मेहनत जारी रखी। शिक्षकों ने भी तकनीक का उपयोग कर छात्रों तक पढ़ाई को प्रभावी तरीके से पहुँचाया।
छात्र बोले – आत्मविश्वास और समय प्रबंधन बना सफलता की कुंजी
टॉप करने वाले कई छात्रों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि नियमित पढ़ाई, समय का बेहतर प्रबंधन और आत्मविश्वास उनके सफलता के मुख्य स्तंभ रहे। उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखी और पढ़ाई को प्राथमिकता दी।
अभिभावकों की भूमिका भी रही अहम
छात्रों की सफलता में अभिभावकों की भूमिका को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने बच्चों को तनावमुक्त वातावरण देने का प्रयास किया और हर कदम पर उनका सहयोग किया। कई अभिभावकों ने कहा कि उन्होंने परीक्षा के दौरान बच्चों पर अनावश्यक दबाव नहीं डाला, जिससे वे खुले मन से पढ़ाई कर सके।
CBSE ने दी सलाह – 12वीं की तैयारी में जुटें छात्र
CBSE बोर्ड ने परीक्षा परिणाम के साथ एक दिशा-निर्देश भी जारी किया है, जिसमें छात्रों को 12वीं की तैयारी को गंभीरता से लेने की सलाह दी गई है। बोर्ड ने छात्रों से कहा कि वे अपनी रुचियों के अनुसार विषयों का चयन करें और भविष्य की योजना बनाएं।
सहायता के लिए हेल्पलाइन भी जारी
परीक्षा परिणाम के बाद यदि किसी छात्र को काउंसलिंग या मार्गदर्शन की आवश्यकता हो तो CBSE ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। बोर्ड ने छात्रों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की चिंता या दबाव में आने की बजाय, जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञों से संपर्क करें।