दुर्ग। निकाय चुनाव के समय 08 फरवरी 2025 को फुंडा गांव स्थित फार्म हाउस में बड़ी मात्रा में शराब जब्त करने के मामले में लंबे समय से फरार चल रहे मुख्य आरोपी महेंद्र वर्मा को दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई जिले में अवैध शराब और नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है।
दुर्ग पुलिस की प्रवक्ता पद्मश्री तंवर ने बताया कि 4 महीने पहले पाटन ब्लॉक के फुंडा गांव में महेंद्र वर्मा के फार्म हाउस पर एसीसीयू दुर्ग व पाटन थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने रेड कर 500 पेटी मध्यप्रदेश निर्मित गोवा ब्रांड अंग्रेजी शराब बरामद की थी। इस कार्रवाई में 3 वाहन, 9 मोबाइल फोन और शराब ढंकने के लिए इस्तेमाल की गई प्लास्टिक सीट भी जब्त की गई थी। कुल जब्ती की कीमत करीब 62 लाख 40 हजार रुपए आंकी गई थी।
इस मामले में पुलिस ने पहले ही 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मुख्य आरोपी महेंद्र वर्मा फरार था। 4 जून को महेंद्र वर्मा के फार्म हाउस में छिपे होने की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
अलग-अलग क्षेत्रों में 7 अन्य गिरफ्तारियां
नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत दुर्ग पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर दबिश देकर अवैध शराब बेचने और रखने के आरोप में 7 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
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मोहन नगर क्षेत्र में धमधा रोड, सब्जी दुर्ग और एफसीआई गोदाम बरगद पेड़ चबूतरा के पास से हरिदर्शन (36) और राहुल दास मानिकपुरी को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से कुल 173 पौवा शराब और 18,040 रुपए नकद बरामद हुए।
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रानीतराई क्षेत्र के ग्राम घोरारी में शौचालय के पास से हिम्मत लाल बंजारे और नाले के किनारे से ओम प्रकाश मारकंडे को 10-10 लीटर कच्ची शराब के साथ पकड़ा गया। दोनों के पास से कुल 4,000 रुपए नकद भी मिले।
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नंदिनी नगर थाना क्षेत्र में धुलेश्वर पटेल से 29 पौवा, द्वारिका साहू से 21 और भूषण साहू से 16 पौवा अवैध शराब बरामद की गई।
पुलिस का सख्त रुख
दुर्ग पुलिस अधीक्षक ने साफ कहा है कि जिले में नशे के अवैध कारोबार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस की टीमें लगातार निगरानी रख रही हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है।
दुर्ग पुलिस की यह कार्रवाई न केवल निकाय चुनाव के समय में हुई शराब तस्करी के मामले में बड़ी सफलता मानी जा रही है, बल्कि आम लोगों के बीच नशे के खिलाफ एक सख्त संदेश भी है।