**NSUI ने पुलिस में दर्ज की शिकायत: मुख्यमंत्री के सलाहकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग, BJP का पलटवार- 'कांग्रेस फैलाती है नफरत'**
रायपुर: सोशल मीडिया पर एक विवादित पोस्ट को लेकर राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने पुलिस में शिकायत दर्ज की है। NSUI ने मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज कुमार झा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जिसमें उनकी फेसबुक पोस्ट को आपत्तिजनक और भड़काऊ बताया गया है। दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इसे 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे' करार देते हुए कांग्रेस पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया है।
**NSUI की शिकायत: पंकज झा की पोस्ट से सामाजिक सौहार्द को खतरा**
NSUI ने अपनी शिकायत में कहा कि पंकज झा की फेसबुक पोस्ट में "नफरत के खिलाफ नफरत फैलाने" का आह्वान किया गया है। पोस्ट में लिखा गया, "नफरत + नफरत = प्यार," जो समाज में भ्रम और तनाव पैदा करने वाला है। NSUI प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय ने कहा, "जब मुख्यमंत्री के सलाहकार जैसे जिम्मेदार पद पर बैठा व्यक्ति इस तरह की टिप्पणी करता है, तो यह प्रदेश की शांति और कानून व्यवस्था के लिए खतरा है।"
**NSUI की मांगें:**
1. पंकज झा की पोस्ट पर तत्काल कार्रवाई हो।
2. पोस्ट को हटाने का आदेश दिया जाए।
3. झा को सार्वजनिक माफी मांगने के लिए बाध्य किया जाए।
4. उनके खिलाफ कानूनी और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
**BJP का जवाब: कांग्रेस का षड्यंत्र उजागर**
BJP प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने NSUI की शिकायत को हास्यास्पद बताया। उन्होंने कहा, "कांग्रेस के आधिकारिक सोशल मीडिया पेजों से रोज आपत्तिजनक पोस्ट किए जाते हैं। उनके नेताओं की पोस्ट लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाती हैं।" ठाकुर ने पंजाब में कांग्रेस शासन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कथित साजिश का जिक्र करते हुए कहा, "कांग्रेस ने एक वीडियो गेम के जरिए उस साजिश का खाका तैयार किया था। अब सर कटाने जैसे नारे और पोस्ट के जरिए कांग्रेस एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा बन रही है।"
ठाकुर ने आगे कहा कि पंकज झा सोशल मीडिया पर अपनी विनम्रता के लिए जाने जाते हैं। कांग्रेस को उनके खिलाफ झूठी शिकायत करने से पहले अपनी हरकतों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने हाल ही में कांग्रेस के एक सजायाफ्ता प्रवक्ता द्वारा पहलगाम नरसंहार को जायज ठहराने और गांधी परिवार के दामाद द्वारा आतंकी हमले का समर्थन करने का हवाला दिया। ठाकुर ने कहा, "कांग्रेस को शर्मिंदगी के बजाय माफी मांगनी चाहिए।"
**डमी एडमिशन के खिलाफ NSUI का अभियान**
इधर, NSUI ने शिक्षा व्यवस्था में डमी एडमिशन के बढ़ते चलन के खिलाफ मंगलवार को अपर कलेक्टर अभिलाषा पैकरा को ज्ञापन सौंपा। NSUI के प्रभारी महामंत्री हेमंत पाल ने कहा, "कई स्कूल केवल नाममात्र के लिए एडमिशन लेते हैं, जबकि छात्र कोचिंग संस्थानों में पढ़ते हैं। यह शिक्षा का व्यवसायीकरण है और गरीब छात्रों के साथ अन्याय है।"
**NSUI की मांगें:**
1. स्कूलों और कोचिंग संस्थानों की गहन जांच हो।
2. डमी एडमिशन पर सख्त रोक लगे।
3. दोषी संस्थानों की मान्यता रद्द की जाए।
4. शिक्षा विभाग एक सख्त नियमावली बनाए।
**निष्कर्ष**
पंकज झा की पोस्ट को लेकर NSUI और BJP के बीच तीखी तकरार देखने को मिल रही है। जहां NSUI इसे सामाजिक सौहार्द के लिए खतरा बता रही है, वहीं BJP ने कांग्रेस पर नफरत और षड्यंत्र का आरोप लगाया है। दूसरी ओर, NSUI ने डमी एडमिशन जैसे मुद्दों पर भी अपनी आवाज बुलंद की है। यह विवाद आने वाले दिनों में और तूल पकड़ सकता है।