रायपुर, 15 मई: राजधानी रायपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें खुद एक स्थानीय कारोबारी ने अपने ही साथ लूट की साजिश रच डाली। पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी ने राजस्थान से बदमाशों को बुलाकर खुद पर ही हमले की योजना बनाई थी, ताकि वह लाखों रुपये की रकम को हड़प सके।
यह घटना रायपुर के पंडरी थाना क्षेत्र की है, जहां पुलिस ने गंभीरता से जांच करते हुए मामले की तह तक पहुंच बनाई। शुरूआत में पुलिस को सूचना मिली थी कि एक व्यवसायी पर हमला कर लूट की वारदात को अंजाम दिया गया है। पीड़ित कारोबारी ने दावा किया कि वह बैंक से पैसे निकालकर लौट रहा था, तभी बदमाशों ने उसे रास्ते में घेरकर हमला किया और लाखों रुपये लूट लिए।
शक के घेरे में आया कारोबारी
हालांकि, जब पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तो कई बातें संदिग्ध नजर आने लगीं। कारोबारी का व्यवहार और उसके बयानों में विरोधाभास था। पुलिस को शक हुआ कि यह मामला लूट का नहीं, बल्कि सुनियोजित साजिश है।
जब पुलिस ने कारोबारी से कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने आखिरकार सच उगल दिया। उसने स्वीकार किया कि वह आर्थिक तंगी से गुजर रहा था और पुराने कर्जों से परेशान था। ऐसे में उसने लूट का नाटक रचकर रकम छिपाने की योजना बनाई।
राजस्थान से बुलाए बदमाश
मामले की गहराई से जांच के दौरान पुलिस ने यह भी पता लगाया कि कारोबारी ने अपने एक जानकार के माध्यम से राजस्थान से दो बदमाशों को रायपुर बुलाया था। इन बदमाशों को बाकायदा पैसे और सुरक्षित ठिकाना मुहैया कराया गया था।
साजिश के मुताबिक, कारोबारी ने उन्हें बैंक से पैसे निकालने के बाद तय स्थान पर आने को कहा। फिर बदमाशों ने उसे सिर पर पत्थर मारकर घायल कर दिया और रुपये से भरा बैग लेकर फरार हो गए। इसके बाद कारोबारी ने खुद पुलिस को सूचना दी और घटना को असली लूट का रूप देने की कोशिश की।
15 लाख कैश और आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस और लोकल इंटेलिजेंस के आधार पर राजस्थान में छापा मारकर दोनों बदमाशों को गिरफ्तार किया। उनके पास से करीब 15 लाख रुपये कैश बरामद किया गया है, जो लूट की रकम थी। साथ ही, एक वाहन और मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं, जिससे साजिश की पुष्टि हुई।
पुलिस ने बताया कि अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है – जिनमें मुख्य साजिशकर्ता कारोबारी, और दोनों राजस्थान निवासी बदमाश शामिल हैं। इनसे पूछताछ की जा रही है और यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं यह गिरोह पहले भी ऐसे मामलों में शामिल रहा है या नहीं।
एसएसपी ने की कार्रवाई की सराहना
रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रशांत अग्रवाल ने पूरे पुलिस दल की तत्परता और सूझबूझ की सराहना की। उन्होंने कहा, "ऐसे मामलों में अक्सर सच्चाई तक पहुंचना चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन हमारी टीम ने तकनीकी और मानवीय दोनों स्तर पर बेहतरीन काम किया।"
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में पुलिस की सतर्कता और आम जनता की मदद से ही समय रहते अपराधियों को पकड़ा जा सकता है।
समाज में बढ़ती धोखाधड़ी की घटनाएं
यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि आर्थिक दबाव और लालच कैसे किसी व्यक्ति को अपराध की राह पर ले जा सकते हैं। जब एक व्यवसायी, जो समाज में प्रतिष्ठा रखता है, स्वयं अपराध की योजना बना सकता है, तो यह समाज के लिए एक चिंताजनक संकेत है।
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत दें, ताकि अपराध पर लगाम लगाई जा सके।