पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आवास पर ईडी की छापेमारी: शराब घोटाले में कार्रवाई, बेटे से हो रही पूछताछ।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आवास पर ईडी की छापेमारी:शराब घोटाले में कार्रवाई, बेटे से हो रही पूछताछ।

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कई ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की है। भिलाई-3 के वसुंधरा नगर स्थित आवास और रायपुर निवास पर ईडी की टीम ने शराब घोटाले के मामले में कार्रवाई की। दो गाड़ियों में पहुंची जांच एजेंसी की टीम घर में मौजूद दस्तावेजों की पड़ताल कर रही है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र चैतन्य बघेल से पूछताछ जारी है।

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई-3 स्थित आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की है। ईडी ने महादेव सट्टा, कोयला घोटाला और शराब घोटाले के मामले में एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर कार्रवाई की है। जांच एजेंसी की टीम उनके घर में मौजूद दस्तावेजों की बारीकी से जांच कर रही है। इस बीच, बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी भी भूपेश बघेल के रायपुर निवास पहुंचे हैं।






कांग्रेस को रोकने की साजिश: 

पूर्व सीएम कार्यालय पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यालय ने ईडी की छापेमारी को लेकर एक आधिकारिक बयान जारी किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए गए ट्वीट में कहा गया है कि बीते सात वर्षों से चले आ रहे झूठे मामलों को जब अदालत ने खारिज कर दिया, तो अब ईडी की टीम ने भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास पर आज सुबह दबिश दी। बयान में यह भी कहा गया कि अगर इस साजिश के जरिए कोई कांग्रेस को पंजाब में रोकने की कोशिश कर रहा है, तो यह उसकी गलतफहमी है

शराब घोटाले में ED की कार्रवाई

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले को लेकर एक प्रेस नोट जारी किया है। इसमें बताया गया कि ईडी पीएमएलए के तहत दुर्ग जिले सहित कुल 14 स्थानों पर तलाशी अभियान चला रहा है। जांच के दायरे में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल का आवास और उनके करीबी सहयोगी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल का ठिकाना भी शामिल है

बघेल सरकार में घोटालों की भरमार – उपमुख्यमंत्री अरुण साव  छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आवासपर ईडी (ED) की छापेमारी को लेकर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि बघेल के कार्यकाल में भ्रष्टाचार चरम पर था और उनके शासन में कई बड़े घोटाले हुए। इनमें शराब घोटाला, महादेव ऐप घोटाला और कोयला घोटाला प्रमुख हैं।

अरुण साव ने आरोप लगाया कि इन घोटालों में कई करीबी सहयोगी जेल की सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं और अब जांच एजेंसियां अपने स्तर पर कार्रवाई कर रही हैं। उन्होंने कहा, "ईडी की यह कार्रवाई पूरी तरह से कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है। भूपेश बघेल के घर पर छापेमारी को राजनीतिक रंग देना सिर्फ जनता को गुमराह करने का प्रयास है।"

इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति और गरमा गई है, जहां एक तरफ भूपेश बघेल इसे षड्यंत्र बता रहे हैं, वहीं भाजपा इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम बता रही है। अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या मोड़ आता है!








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