**भिलाई-3 में सीएसईबी सब स्टेशन में लगी भीषण आग: धुएं के गुबार के बीच 3 फायर ब्रिगेड ने बचाए ट्रांसफॉर्मर, घंटों की मशक्कत के बाद काबू**
दुर्ग जिले के भिलाई-3 में गुरुवार दोपहर एक बड़ा हादसा टल गया, जब सीएसईबी के सब स्टेशन में अचानक भीषण आग भड़क उठी। आग की लपटों और घने धुएं ने पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले लिया। समय रहते अग्निशमन विभाग की तत्परता और तीन फायर ब्रिगेड की मेहनत से न केवल आग पर काबू पाया गया, बल्कि आसपास के कीमती ट्रांसफॉर्मरों को भी बचा लिया गया।
**कैसे शुरू हुआ हादसा?**
जिला अग्निशमन अधिकारी नागेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि दोपहर में भिलाई-3 थाने से सूचना मिली कि सीएसईबी सब स्टेशन के ट्रांसफॉर्मर स्टोरेज में आग लग गई है। आनन-फानन में दुर्ग अग्निशमन कार्यालय से एक फायर ब्रिगेड को तुरंत रवाना किया गया। जब पता चला कि आग ने विकराल रूप ले लिया है, तो दो और फायर ब्रिगेड गाड़ियों को मौके पर भेजा गया।
**धुएं और हाईटेंशन तारों ने बढ़ाई चुनौती**
अग्निशमन दल के प्रभारी भगवती बंजारे, धन्नू यादव और डाला राम ने अपनी टीम के साथ आग बुझाने की जंग शुरू की। ट्रांसफॉर्मर में मौजूद तेल के कारण धुआं इतना घना था कि कुछ भी दिखना मुश्किल हो गया था। ऊपर से हाईटेंशन तारों का खतरा अलग था। इसके बावजूद, फोम और पानी की मदद से टीम ने हिम्मत नहीं हारी। करीब 3-4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया।
**ट्रांसफॉर्मरों को बचाने में मिली कामयाबी**
अग्निशमन टीम की तेजी और सूझबूझ ने बड़ा नुकसान होने से रोक लिया। समय पर पहुंचकर उन्होंने आग को आसपास के ट्रांसफॉर्मरों तक फैलने से पहले ही काबू कर लिया। इस घटना ने एक बार फिर अग्निशमन कर्मियों की बहादुरी और समर्पण को साबित किया है।
यह हादसा न केवल तकनीकी सतर्कता की जरूरत को दर्शाता है, बल्कि उन नायकों की कहानी भी बयां करता है, जो जान जोखिम में डालकर दूसरों की सुरक्षा करते हैं।