"रायपुर: ढाबों पर निगम और खाद्य विभाग की छापेमारी, 70 हजार जुर्माना और सिलेंडर जब्त"


 

रायपुर, 14 मई 2025

राजधानी रायपुर में ढाबों की स्थिति को लेकर नगर निगम और खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई की। शहर के बाहरी इलाकों में स्थित ढाबों पर गंदगी, अस्वच्छ रसोई और खराब ड्रेनेज सिस्टम की शिकायतों के बाद यह कार्रवाई की गई। इस दौरान कुल 7 ढाबों की जांच की गई, जिनमें से 5 ढाबों पर नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर कुल 70 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया और एक ढाबे से घरेलू गैस सिलेंडर भी जब्त किया गया।

गंदगी और खराब किचन व्यवस्था पर सख्ती

नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने यह कार्रवाई मंगलवार रात करीब 9 बजे शुरू की, जो देर रात तक चली। यह अभियान मुख्यतः अटल नगर मार्ग, माना कैंप रोड और टाटीबंध क्षेत्र में चलाया गया। छापेमारी के दौरान कई ढाबों पर गंदगी, अधपकी खाद्य सामग्री, खुले में रखी हुई खाने की वस्तुएं, खराब गुणवत्ता के तेल और नाली जाम जैसी समस्याएं पाई गईं।

जांच के दौरान यह भी देखा गया कि कुछ ढाबों में रसोई की स्थिति अत्यंत गंदी थी और कर्मचारी बिना दस्ताने बाल कवर के काम कर रहे थे। खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुसार यह गंभीर उल्लंघन है। एक ढाबे में तो रसोई के पास ही कचरे का ढेर लगा हुआ पाया गया, जिससे संक्रमण फैलने की पूरी आशंका थी।

घरेलू गैस सिलेंडर का व्यवसायिक उपयोग

एक ढाबे में घरेलू गैस सिलेंडर का अवैध उपयोग करते हुए पकड़ा गया। इसे जब्त कर लिया गया और संबंधित ढाबा संचालक को चेतावनी दी गई कि भविष्य में इस प्रकार की गतिविधि दोहराए जाने पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा। वाणिज्यिक गतिविधियों में घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग कानूनन वर्जित है।

इन ढाबों पर की गई कार्रवाई

कार्रवाई के दौरान जिन ढाबों पर गड़बड़ी पाई गई, उनमें शामिल हैं:

  1. श्री राम भोजनालय, माना रोड – ₹15,000 जुर्माना

  2. जय मां दुर्गा ढाबा, टाटीबंध – ₹20,000 जुर्माना घरेलू गैस सिलेंडर जब्ती

  3. सोनू ढाबा, अटल नगर रोड – ₹10,000 जुर्माना

  4. अन्नपूर्णा भोजनालय, संतोषी नगर – ₹15,000 जुर्माना

  5. रॉयल ढाबा, देवारभाटा – ₹10,000 जुर्माना

अधिकारियों ने दी चेतावनी

नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय ठाकुर ने बताया कि यह कार्रवाई लगातार मिल रही शिकायतों के आधार पर की गई है। उन्होंने कहा, "हम किसी भी कीमत पर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे। जिन ढाबों पर गड़बड़ी मिली है, उन्हें नोटिस जारी कर सुधार के लिए समय दिया गया है। यदि तय समय में सुधार नहीं होता तो उनके लाइसेंस निरस्त किए जा सकते हैं।"

खाद्य सुरक्षा अधिकारी अर्चना शर्मा ने बताया कि टीम द्वारा नमूने भी लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर और भी कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में यह अभियान अन्य क्षेत्रों में भी चलाया जाएगा।

स्थानीय लोगों ने की सराहना

स्थानीय नागरिकों ने इस कार्रवाई की सराहना की है। क्षेत्रीय निवासी मोहन वर्मा ने कहा, "यह बहुत अच्छा कदम है। कई ढाबों में साफ-सफाई बिल्कुल नहीं होती, फिर भी वहां लोगों को खाना परोसा जाता है। प्रशासन की यह कार्रवाई सराहनीय है।"

आगे भी जारी रहेगा अभियान

नगर निगम और खाद्य विभाग ने संकेत दिए हैं कि यह केवल प्रारंभिक चरण है। आने वाले दिनों में शहर के अन्य क्षेत्रों जैसे कि पुराना बस स्टैंड, तेलीबांधा, वीआईपी रोड और फाफाडीह इलाके में भी ढाबों और छोटे रेस्टोरेंट्स की जांच की जाएगी।

अधिकारियों ने होटल और ढाबा संचालकों को चेतावनी दी है कि वे निर्धारित मापदंडों के अनुरूप अपने भोजनालयों को संचालित करें अन्यथा उनके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


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