साईं नगर क्षेत्र में एक सूने मकान को निशाना बनाकर की गई बड़ी चोरी की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहाँ से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी की गई महंगी वस्तुएं और नगदी भी बरामद की गई हैं। इस कार्रवाई से क्षेत्र के निवासियों में राहत की भावना देखी जा रही है, जो पिछले कुछ समय से हो रही चोरी की घटनाओं से चिंतित थे।
घटना का खुलासा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, साईं नगर स्थित एक मकान के मालिक परिवार सहित किसी पारिवारिक समारोह में बाहर गए हुए थे। इसी दौरान, 5 मई की रात अज्ञात चोरों ने घर के मुख्य दरवाजे का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया और कीमती जेवरात, नकदी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान चुरा लिया। जब मकान मालिक 6 मई को लौटे, तो उन्होंने घर की हालत देखकर तुरंत पुलिस को सूचित किया।
स्थानीय थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 457 और 380 के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक विशेष जांच दल गठित किया गया, जिसमें क्राइम ब्रांच की सहायता से सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और संदिग्धों की पहचान की गई।
तकनीकी साक्ष्य और मुखबिर की सूचना से मिला सुराग
पुलिस ने साईं नगर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग को खंगाला, जिसमें तीन संदिग्ध युवकों की गतिविधियाँ दर्ज मिलीं। उनके हुलिए और गतिवधियों के आधार पर पुलिस ने संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू की। इसी दौरान एक मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने शहर के बाहरी इलाके में छिपे तीन संदिग्धों को पकड़ा।
पूछताछ के दौरान तीनों आरोपियों ने अपना अपराध कबूल कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राजू उर्फ राजेश (24), दीपक (27) और इरशाद (25) के रूप में हुई है। सभी आरोपी आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं और पहले भी चोरी तथा लूट के मामलों में जेल जा चुके हैं।
बरामद सामान और कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी के सोने-चांदी के आभूषण, एक महंगा लैपटॉप, मोबाइल फोन और करीब 45 हजार रुपये नकद बरामद किए हैं। आरोपियों को 10 मई को न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
जांच अधिकारी निरीक्षक अजय वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह गिरोह खाली और बंद पड़े मकानों को पहले से चिन्हित कर उन्हें अपना निशाना बनाता था। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पहले भी कई इलाकों में चोरी की वारदातें की हैं और पुलिस इनसे जुड़ी अन्य घटनाओं की भी जांच कर रही है।
जनता में बढ़ा भरोसा, पुलिस की सराहना
इस सफलता के बाद स्थानीय लोगों में राहत की भावना है। क्षेत्रवासी सुरेश गुप्ता ने बताया, "हम काफी समय से डर के माहौल में थे। अब जब पुलिस ने इतनी जल्दी आरोपियों को पकड़ लिया है, तो हमें राहत मिली है।" वहीं, वार्ड पार्षद ने भी पुलिस टीम की त्वरित कार्यवाही की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया।
आगे की जांच जारी
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि कहीं इस गिरोह के और भी सदस्य तो सक्रिय नहीं हैं। इसके अलावा यह भी जांच की जा रही है कि चोरी का माल कहीं बाहर बेचा गया या गिरवी रखा गया था। पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि उन्हें इन आरोपियों से जुड़ी कोई और जानकारी हो, तो वे गुप्त रूप से पुलिस को सूचित करें।