राजनांदगांव। नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति का जायजा लेने के उद्देश्य से पुलिस महानिरीक्षक (IG) ने हाल ही में राजनांदगांव रेंज के विभिन्न थाना क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने पांच प्रमुख थानों का निरीक्षण किया और वहां तैनात पुलिस एवं सुरक्षा बल के जवानों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं और जरूरतें जानीं।
IG ने दौरे की शुरुआत अंतागढ़, मानपुर, मोहला, मानकेश्वर और अंबागढ़ चौकी थानों से की। इन इलाकों को राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में माना जाता है, जहां अक्सर सुरक्षा बलों को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम करना पड़ता है। IG ने थानों में सुरक्षा व्यवस्थाओं, हथियारों की उपलब्धता, सीसीटीवी निगरानी, जवानों की ड्यूटी रोटेशन और आवासीय सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया।
जवानों से किया संवाद
थानों के निरीक्षण के दौरान IG ने जवानों से सीधा संवाद किया और उनकी कठिनाइयों को समझा। उन्होंने जवानों से पूछा कि वे किन परिस्थितियों में काम कर रहे हैं, उन्हें किन प्रकार की सुविधाएं मिल रही हैं, और क्या उन्हें किसी विशेष संसाधन की जरूरत है। जवानों ने अपनी बातें खुलकर रखीं, जिसमें आवास की कमी, सीमित मेडिकल सुविधाएं और सुदूर क्षेत्र में संचार की समस्याएं प्रमुख रूप से सामने आईं।
IG ने जवानों को भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से निपटाया जाएगा और जल्द ही आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस प्रशासन, दोनों ही सुरक्षा बलों की बेहतरी के लिए लगातार प्रयासरत हैं।
नक्सल गतिविधियों पर चर्चा
निरीक्षण के दौरान IG ने स्थानीय अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक भी की, जिसमें हाल के नक्सली घटनाक्रम, गश्त की रणनीति और खुफिया जानकारी को लेकर चर्चा हुई। उन्होंने नक्सल विरोधी अभियानों की समीक्षा करते हुए कहा कि जवानों की सतर्कता और नियमित गश्त के चलते कई क्षेत्रों में नक्सल गतिविधियों में कमी आई है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गश्त के दौरान स्थानीय ग्रामीणों से भी संवाद बनाकर रखना जरूरी है, ताकि जन सहयोग से नक्सलवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जा सके। IG ने यह भी कहा कि पुलिस को केवल बल प्रयोग तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि विश्वास निर्माण की दिशा में भी काम करना चाहिए।
सुविधाओं के विकास पर जोर
IG ने यह भी बताया कि राज्य सरकार द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जवानों के लिए आवासीय परिसर, स्वास्थ्य सेवाएं और परिवहन सुविधाओं के विकास के लिए विशेष योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य केवल सुरक्षा बलों को सहायता देना ही नहीं, बल्कि स्थानीय युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ना भी है।
उन्होंने ग्रामीण इलाकों में युवाओं के लिए चल रहे पुलिस प्रशिक्षण शिविरों की सराहना की और कहा कि इससे न केवल रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं, बल्कि नक्सलियों के प्रचार से दूर रहकर युवा देश की सेवा की ओर अग्रसर हो रहे हैं।
सकारात्मक संकेत
दौरे के अंत में IG ने मीडिया से बातचीत में बताया कि क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर नियंत्रण पाने में पुलिस बल की भूमिका सराहनीय रही है। उन्होंने जवानों के साहस और समर्पण की प्रशंसा की और कहा कि आने वाले समय में सुरक्षा व्यवस्था और अधिक सशक्त होगी।