"साइबर ठगी का काला कारोबारः बैंक खाते बेचने वाले दो आरोपी सलाखों के पीछे"


 

साइबर सेल और कोतवाली पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए साइबर अपराध में इस्तेमाल होने वाले बैंक खातों की खरीद-फरोख्त में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खातों से अब तक कुल 70 लाख से अधिक की ठगी की रकम का ट्रांजेक्शन सामने आया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान मनोज सोरते और कृष्णा सोनकर के रूप में हुई है।

पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने पहले से गिरफ्तार एक एजेंट के माध्यम से अपने बैंक खाते साइबर अपराधियों को बेचे थे। ठगी के इन खातों से जुड़े ट्रांजेक्शन की जांच में पाया गया कि 1 जनवरी 2024 से अब तक पंजाब नेशनल बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूनियन बैंक, केनरा बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और बंधन बैंक के कुल 22 खातों में करीब 70,83,519 रुपए साइबर ठगी से जमा हुए हैं।

पुलिस ने बताया कि म्यूल खातों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में पहले भी कई आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं और जांच अभी जारी है। दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना बैंक खाता या उससे संबंधित जानकारी न दें। ऐसा करना न केवल अवैध है, बल्कि इससे साइबर अपराधों में फंसने का खतरा भी बढ़ जाता है।

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