दुर्ग, छत्तीसगढ़। जिले में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। एक तेज रफ्तार बस ने बाइक सवार युवक को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक युवक अपने गांव लौट रहा था। हादसे के बाद घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई और आक्रोशित ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया। इस घटना से क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है।
हादसा सुबह करीब 9 बजे का
जानकारी के अनुसार, यह हादसा दुर्ग जिले के बोरसी और धमधा मार्ग के बीच हुआ। मृतक युवक की पहचान 28 वर्षीय रविकांत यादव के रूप में हुई है, जो धमधा ब्लॉक के एक गांव का निवासी था। रविकांत किसी निजी कार्य से दुर्ग आया हुआ था और सुबह लौटते समय यह हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि वह हेलमेट पहने हुए था, लेकिन टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि सिर पर गहरी चोट लगी और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
तेज रफ्तार बस ने रौंदा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस की रफ्तार बहुत अधिक थी और चालक वाहन को लापरवाही से चला रहा था। बाइक सवार को पीछे से तेज टक्कर मारी गई, जिससे युवक सड़क पर दूर जा गिरा। टक्कर के बाद बस कुछ दूरी पर जाकर रुकी, लेकिन चालक मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और एंबुलेंस बुलवाया, लेकिन तब तक युवक की मौत हो चुकी थी।
ग्रामीणों में भारी आक्रोश
घटना की खबर जैसे ही गांव और आसपास के इलाके में फैली, ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए। आक्रोशित लोगों ने शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया और बस चालक की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। प्रदर्शनकारी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे और हादसे के लिए लापरवाहीपूर्ण परिवहन व्यवस्था को जिम्मेदार ठहरा रहे थे।
पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने लोगों को समझाने का प्रयास किया और उन्हें शांत कराने की कोशिश की। हालांकि ग्रामीणों का गुस्सा काफी ज्यादा था और वे किसी भी आश्वासन से संतुष्ट नहीं थे। लगभग दो घंटे तक चक्का जाम रहा, जिससे दुर्ग-धमधा मार्ग पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
मुआवजे और कार्रवाई की मांग
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने मृतक के परिवार को उचित मुआवजा देने और बस चालक के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग की। उनका कहना था कि इस मार्ग पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। दुर्घटनाओं की मुख्य वजह तेज रफ्तार, ओवरलोडिंग और लापरवाह ड्राइविंग बताई जा रही है।
प्रशासन ने दिए आश्वासन
काफी देर की बातचीत के बाद प्रशासन ने मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता देने और बस चालक को शीघ्र गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। इसके अलावा क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को सुधारने और तेज रफ्तार वाहनों पर निगरानी बढ़ाने का भरोसा भी दिलाया गया। अधिकारियों के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने चक्का जाम समाप्त किया।
पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आरोपी बस चालक की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि बस को जब्त कर लिया गया है और सीसीटीवी फुटेज व चश्मदीदों के आधार पर जांच की जा रही है।
क्षेत्र में शोक का माहौल
युवक की असमय मृत्यु से पूरे गांव में शोक की लहर है। मृतक रविकांत अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। उसके निधन से परिजन गहरे सदमे में हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।