ट्रैवल एजेंसी की फ्रेंचाइजी के नाम पर 1.50 करोड़ की ठगी, आरोपी दंपती गिरफ्तार


 

भिलाई। स्मृति नगर चौकी पुलिस ने एक बड़ी ठगी के मामले में आरोपी दंपती को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह दंपती बंटी-बबली स्टाइल में लोगों को ट्रैवल एजेंसी की फ्रेंचाइजी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी कर चुका है। पुलिस ने नेहरू नगर निवासी पीड़ित की शिकायत पर यह कार्रवाई की है। आरोपी नागेश कुमार धारा और उसकी पत्नी आरती ने कई लोगों को अपने जाल में फंसाकर कुल 1.50 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की थी।

पुलिस के अनुसार, 6 नवंबर 2022 को जुनवानी स्थित सूर्या मॉल में नागेश कुमार और आरती ने "लेट्स ट्रेवल फ्री" नाम से एक ट्रैवल कंपनी का ऑफिस खोला था। इस ऑफिस के माध्यम से उन्होंने ट्रैवल एजेंसी की फ्रेंचाइजी देने और हर महीने निश्चित आमदनी का लालच देकर लोगों से मोटी रकम वसूलनी शुरू की। शुरुआत में कुछ लोगों को नकली दस्तावेज और योजना की झूठी सफलता की कहानियां सुनाकर भरोसे में लिया गया और फिर धीरे-धीरे बड़ी रकम ऐंठी गई।

प्रकरण की रिपोर्ट नेहरू नगर निवासी टीवी. जय प्रदीप (49 वर्ष) ने दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी दंपती ने उनसे ट्रैवल फ्रेंचाइजी और फायदे के वादे पर 45 लाख रुपए ठगे। पुलिस जांच में सामने आया कि यह दंपती पहले भी इसी तरह के कई मामलों में संलिप्त रह चुका है और पहले से ही कुछ राज्यों में इनके खिलाफ ठगी के केस दर्ज हैं।

अन्य पीड़ितों में रामकिशोर सिंह से 10 लाख 40 हजार रुपए, इंद्रजीत कौर से 80 लाख रुपए, विवेक विश्वकर्मा से 10 लाख 40 हजार रुपए और इंद्रजीत गुलाटी से 2 लाख रुपए की ठगी की गई। कुल मिलाकर इन सभी से लगभग 1.50 करोड़ रुपए से अधिक की रकम वसूली गई। आरोपी लोगों को बड़े-बड़े वादे और नकली मुनाफे का झांसा देते थे। पीड़ितों को विश्वास में लेने के लिए ऑफिस, कर्मचारियों और फर्जी अनुबंध दिखाए जाते थे।

जांच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि आरोपी नागेश कुमार को पहले ही केरल पुलिस ने किसी अन्य ठगी के मामले में गिरफ्तार कर रखा था। वहीं, उसकी पत्नी आरती को बालोद पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दोनों को न्यायालय के समक्ष पेश करने के लिए स्मृति नगर पुलिस ने प्रोटेक्शन वारंट जारी कर उन्हें लाया और कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

पुलिस प्रवक्ता पद्मश्री तंवर ने बताया कि यह गिरोह पूरी योजना के तहत ठगी की वारदातों को अंजाम देता था। सबसे पहले आरोपी लोग एक प्रतिष्ठित इलाके में ऑफिस खोलते थे, जिससे उनकी साख बन सके। फिर सोशल मीडिया और विज्ञापनों के जरिए लोगों को ट्रैवल फ्रेंचाइजी और मोटे मुनाफे का लालच देकर संपर्क में लाते थे। ऑफिस के बाहर दिखावे के लिए फर्जी ग्राहकों और कर्मचारियों की मौजूदगी दिखाते थे, ताकि कोई भी व्यक्ति धोखा न समझे।

पद्मश्री तंवर ने बताया कि पुलिस ने मामले में धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120बी (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत केस दर्ज कर लिया है और अब अन्य संभावित पीड़ितों की भी तलाश की जा रही है। पुलिस का मानना है कि इस दंपती ने कई अन्य शहरों में भी इसी तरह के फर्जीवाड़े किए हैं और मामले की जांच को अन्य राज्यों की पुलिस के साथ भी साझा किया जा रहा है।

पुलिस ने जनता से अपील की है कि अगर किसी ने इस फ्रेंचाइजी योजना में निवेश किया है या किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी का शिकार हुआ है तो वे आगे आकर पुलिस से संपर्क करें, ताकि आरोपियों के खिलाफ ठोस साक्ष्य एकत्र कर उन्हें सख्त सजा दिलाई जा सके।

यह मामला इस बात की चेतावनी है कि निवेश करते समय केवल कंपनी की बाहरी चमक-धमक और वादों के आधार पर निर्णय न लें। उचित जांच-पड़ताल और कानूनी दस्तावेजों की पुष्टि के बाद ही कोई निवेश या अनुबंध करें। पुलिस का कहना है कि आरोपी दंपती से और पूछताछ की जा रही है और इस बात की संभावना है कि उनके खिलाफ और भी कई गंभीर मामले सामने आ सकते हैं।

Post a Comment

Previous Post Next Post