बीजापुर/गढ़चिरौली।
छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान को एक और बड़ी सफलता मिली है। बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में शुक्रवार को हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 25 लाख रुपये के इनामी नक्सली भास्कर को मार गिराया। मुठभेड़ के दौरान जवानों ने घटनास्थल से एक एके-47 राइफल भी बरामद की है। यह कार्रवाई नक्सल नेटवर्क के लिए बड़ा झटका मानी जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों को सूचना मिली थी कि क्षेत्र में कई वांछित नक्सली सक्रिय हैं। इसके बाद विशेष ऑपरेशन लांच किया गया। जंगल में सर्च अभियान के दौरान नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में सुरक्षाबलों ने भी मोर्चा संभाला। मुठभेड़ में भास्कर मारा गया, जो कई नक्सली वारदातों का मुख्य साजिशकर्ता था।
इससे एक दिन पहले ही गुरुवार को इसी क्षेत्र में 1 करोड़ का इनामी नक्सली नरसिम्हाचलम उर्फ सुधाकर को भी सुरक्षा बलों ने ढेर किया था। सुधाकर की मौत के बाद यह संदेह था कि उसके कुछ साथी आसपास के जंगलों में छिपे हो सकते हैं। इसी आधार पर शुक्रवार को फिर से सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें यह सफलता हाथ लगी।
अबूझमाड़ में पहले ही ढेर हुआ था टॉप लीडर
21 मई को अबूझमाड़ के जंगलों में भी एक बड़ी मुठभेड़ हुई थी, जिसमें नक्सली संगठन का महासचिव गगन्ना उर्फ बासव राजू मारा गया था। यह लगातार तीसरी बड़ी कार्रवाई है, जिससे नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व को गहरी चोट पहुंची है।
गढ़चिरौली में 12 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
इधर महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले से भी नक्सल विरोधी अभियान को बड़ी सफलता मिली है। शुक्रवार को जिले में 12 कुख्यात नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। इन पर कुल मिलाकर 1 करोड़ 12 लाख रुपये का इनाम घोषित था। इन सभी नक्सलियों का संगठन में ऊंचा दर्जा था और वे लंबे समय से पुलिस की नजर में थे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सरेंडर को नक्सलवाद के खिलाफ जीत बताया। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि अब नक्सली अपने ही आंदोलन से विश्वास खो चुके हैं और समाज की मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं।
लगातार ऑपरेशनों से कमजोर हो रहा नक्सली नेटवर्क
हाल के महीनों में सुरक्षा बलों की सख्त कार्रवाई और सटीक इंटेलिजेंस के कारण नक्सली संगठन की कमर टूटती नजर आ रही है। एक के बाद एक टॉप कमांडरों की मौत और कैडरों के सरेंडर ने संगठन को रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक दोनों स्तरों पर नुकसान पहुंचाया है