पुलिस की गिरफ्त में चोरी के आरोपी
दुर्ग/भिलाई। उतई थाना क्षेत्र के उमरपोटी चंद्रनगर में बीएसपी के माइंस कंट्रोलर शशि कुमार उपाध्याय के घर हुई बड़ी चोरी का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक नाबालिग भी शामिल है। सभी आरोपियों से चोरी गए सोने के जेवर और मोबाइल फोन बरामद कर लिए गए हैं।
एएसपी पद्मश्री तंवर ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में बताया कि शशि उपाध्याय भिलाई स्टील प्लांट (सेल) की दल्लीराजहरा माइंस में माइंस कंट्रोलर हैं। हाल ही में उन्होंने उमरपोटी स्थित चंद्रनगर में नया मकान बनवाया था। 6 जून की रात उन्होंने गृह प्रवेश समारोह आयोजित किया था, जिसमें परिवार और रिश्तेदारों के बीच कार्यक्रम संपन्न हुआ।
रात करीब 1 बजे सभी लोग सो गए थे, लेकिन अगली सुबह 4 बजे उनके भांजे मयंक मिश्रा की नींद खुली तो देखा कि मुख्य दरवाजा खुला हुआ है और बाहर एक बैग फेंका हुआ पड़ा है, जिसमें सामान बिखरा हुआ था। जब पूरे परिवार ने घर का मुआयना किया तो पाया कि तीन मोबाइल फोन—शशि उपाध्याय का, उनकी बेटी का iPhone और मयंक का Samsung फोन—गायब हैं। साथ ही शशि की पत्नी रीता उपाध्याय का ट्रॉली बैग भी खोलकर उसमें रखा करीब 12 तोला सोना (8 तोला का हार और 4 तोला की चेन) चोरी कर लिया गया था। जिसकी अनुमानित कीमत 8 लाख रुपये से अधिक है।
सीसीटीवी से मिला सुराग, 200 कैमरों की जांच
घटना की सूचना मिलते ही उतई पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस टीम ने इलाके के करीब 200 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, जिसमें कुछ संदिग्ध युवकों की गतिविधियां दिखीं। इन्हीं फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर उन्हें हिरासत में लिया।
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं—अमित पांडेय (28), गौरव यादव उर्फ आसू (19), सुमीत पाल (27), एक नाबालिग लड़का (उम्र उजागर नहीं की गई) और सलमान कुरैशी (19), जो क्रमश: दुर्गा मंदिर नेवई थाना क्षेत्र और राजनांदगांव के रेवाडीह क्षेत्र के निवासी हैं।
पूछताछ में कबूला जुर्म, बरामद हुआ चोरी का सामान
पुलिस पूछताछ में सभी आरोपियों ने जुर्म कबूल कर लिया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने 6 जून की रात योजना बनाकर उपाध्याय परिवार के सोने के बाद घर में प्रवेश किया और जेवर व मोबाइल चुरा लिए। सभी आरोपियों के पास से चोरी का माल बरामद कर लिया गया है। कानूनी प्रक्रिया के तहत सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
पुलिस की तत्परता से खुला बड़ा मामला
एएसपी पद्मश्री तंवर ने बताया कि यह कार्रवाई पुलिस टीम की सतर्कता और तकनीकी विश्लेषण के कारण संभव हो सकी। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय मुखबिरों की मदद से आरोपियों तक पहुंचा गया। मामले की विवेचना अभी भी जारी है और आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच की जा रही है।
सुरक्षा को लेकर चिंता
इस घटना ने नई कॉलोनियों में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों ने रात में पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।