धमतरी, छत्तीसगढ़ – धमतरी जिले के नगरी इलाके के सोनामगर गांव में रविवार को एक तेंदुआ अचानक एक घर के टॉयलेट में घुस गया, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय निवासी उत्तम साहू के घर बने टॉयलेट में तेंदुआ छिपा था। घर के लोग जब टॉयलेट का दरवाजा खोलने की कोशिश करने लगे, तब उन्होंने किसी जानवर की पूंछ देखी, जिससे पता चला कि कोई बड़ा जानवर वहां छिपा है। तुरंत ही उन्होंने दरवाजा बंद कर दिया और वन विभाग को सूचित किया।
वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हुए तेंदुए को घर से बाहर निकालने की कार्रवाई शुरू की। तेंदुआ घर की छत से आंगन होते हुए बाहर निकला और सड़क की ओर भागा। ग्रामीणों को देखकर वह पहले कुछ दूरी तक उनके पास भी गया, लेकिन जल्द ही घबराकर पहाड़ी जंगल की ओर भाग गया। वन विभाग के अनुसार, तेंदुए की उम्र लगभग 10 वर्ष थी।
वन विभाग ने बनाया सुरक्षित निकास मार्ग
घटना के दौरान वन विभाग ने तेंदुए के लिए घर के पास मौजूद पहाड़ी क्षेत्र की ओर एक सुरक्षित निकास मार्ग तैयार किया ताकि जानवर सुरक्षित तरीके से जंगल की ओर लौट सके। इस बीच वन विभाग ने ग्रामीणों को घर के अंदर रहने और बाहर न निकलने की सलाह दी।
रेंजर दीपक गावड़े ने बताया कि टॉयलेट में भारी मात्रा में पेंट के डिब्बे रखे हुए थे, जिसकी वजह से तेंदुआ वहीं छिपा था। परिवार के सदस्य जब टॉयलेट की सफाई के लिए अंदर गए तो उन्हें तेंदुए की पूंछ दिखाई दी। इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई। तेंदुआ लगभग 50 मीटर दूर पहाड़ी जंगल की ओर भाग गया।
गांव में सतर्कता और राहत की भावना
तेंदुआ जब जंगल की ओर चला गया तो गांव के लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि देर रात तक सभी ग्रामीणों को घर के अंदर ही रहने की हिदायत दी गई। लोगों ने एक-दूसरे को सतर्क करते हुए किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने की बात कही।
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि मानव-वन्य जीव संघर्ष की स्थितियां बढ़ती जा रही हैं और वन्य प्राणी भी अपने प्राकृतिक आवास के बाहर मानवीय इलाकों में आ रहे हैं। वन विभाग ने कहा कि वे इस तरह की घटनाओं को रोकने और वन्यजीवों और ग्रामीणों दोनों की सुरक्षा के लिए लगातार निगरानी बढ़ा रहे हैं।
वन विभाग की आगामी योजना
वन विभाग ने बताया कि वे गांव के आसपास ऐसे इलाकों में नियमित गश्त बढ़ाएंगे और ग्रामीणों को वन्यजीवों से सतर्क रहने के निर्देश जारी करेंगे। साथ ही तेंदुओं के लिए जंगल में पर्याप्त भोजन और आवास सुनिश्चित करने के उपाय किए जा रहे हैं ताकि वे मानव बस्तियों में प्रवेश कम करें।
यह घटना एक चेतावनी भी है कि वन और मानव क्षेत्र के बीच संतुलन बनाए रखना कितना जरूरी है ताकि दोनों की सुरक्षा हो सके। धमतरी जिले में तेंदुए के घर घुसने की यह घटना ग्रामीणों के लिए एक यादगार अनुभव रही, जिसने वन्यजीव संरक्षण की अहमियत को दोबारा से उजागर किया।