रुद्री गांव में पीलिया का प्रकोप: जलजनित संक्रमण से फैली बीमारी, ग्रामीणों में दहशत का माहौल



धमतरी (छत्तीसगढ़), जून 2025 — धमतरी जिले के रुद्री गांव के आनंद पारा मोहल्ले में पीलिया (हेपेटाइटिस) का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। कलेक्ट्रेट से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर बसे इस गांव में पिछले एक महीने में पीलिया के कई मामले सामने आए हैं। फिलहाल, गांव में 5 एक्टिव केस की पुष्टि की गई है, जबकि अब तक दर्जनों लोग इस बीमारी से प्रभावित हो चुके हैं।

ग्रामीणों ने पीलिया के फैलने की मुख्य वजह खराब जल निकासी प्रणाली और पानी टंकी के पास बनी दलदली स्थिति को बताया है। उनका आरोप है कि गांव में नाली निर्माण कार्य गलत तरीके से किया गया, जिसके चलते गंदा पानी टंकी के समीप जमा हो रहा है। इससे वहां गंदगी और मच्छरों का डेरा बना हुआ है, जो संक्रमण को बढ़ावा दे रहा है।

बच्चों पर सबसे ज्यादा असर

ग्रामीण अश्वनी साहू ने बताया कि उनके दो बच्चों—एक लड़का और एक लड़की—को पीलिया की गंभीर शिकायत हुई थी। उन्होंने बताया कि उनके घर में बोरवेल का पानी उपयोग किया जा रहा था, बावजूद इसके बीमारी ने बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया। साहू का दावा है कि मोहल्ले के लगभग हर बच्चे को पीलिया के लक्षण देखने को मिले हैं, जिससे गांव के लोग बेहद डरे हुए हैं।

पंचायत और विभागों की कार्रवाई

रुद्री ग्राम पंचायत के सरपंच ने बताया कि उन्हें पीलिया फैलने की जानकारी मिलते ही पीएचई (लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी) विभाग को सूचित किया गया। पीएचई अधिकारियों ने जल स्रोतों की जांच की, जिसमें पानी को सुरक्षित पाया गया। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने गांव में विशेष चिकित्सा शिविर आयोजित कर ग्रामीणों को उबले पानी पीने और स्वच्छता बनाए रखने की सलाह दी है। दवाओं का वितरण भी किया गया है।

सरपंच के अनुसार, पिछले एक महीने में 10 से 12 लोगों को पीलिया की पुष्टि हुई है। टंकी के पास जमा गंदगी की समस्या को जल्द सुलझाने का आश्वासन भी उन्होंने दिया।

जल सैंपल सुरक्षित, लेकिन खतरा बरकरार

हालांकि पानी के सैंपल की जांच में कोई विषाणुजन्य तत्व नहीं पाया गया, फिर भी बीमारी का फैलाव थम नहीं रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने गांव में घर-घर जाकर सर्वे किया है और नए मरीजों की पहचान की जा रही है।

जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने आशंका जताई है कि पानी टंकी की ठीक से सफाई नहीं कराई गई है और आसपास बनी दलदली स्थिति से बीमारी फैल रही है। टंकी की सफाई और क्षेत्र की स्वच्छता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

ग्रामीणों में भय का माहौल

हालात को गंभीर मानते हुए प्रशासन ने स्वास्थ्य और पंचायत विभाग को सक्रिय कर दिया है। लेकिन गांव में बीमारी का खतरा अभी भी मंडरा रहा है। लोगों में डर बना हुआ है कि कहीं यह संक्रमण और ज्यादा न फैल जाए।



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