रायपुर में फर्जी पत्रकार बनकर ठगी, दो आरोपी गिरफ्तार


 

रायपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने खुद को पत्रकार बताकर एक महिला से 2 लाख रुपए ठग लिए। आरोपी ने महिला को भरोसा दिलाया कि वह उसके बेटे के खिलाफ दर्ज केस को खत्म करवा देगा और बड़े-बड़े लोगों से उसकी पहचान है। इस लालच और डर का फायदा उठाकर उसने महिला से मोटी रकम वसूल ली। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

मामला 13 अगस्त का है। मटखोलवा पारा न्यू चांगोरा भाठा संस्कृतिक भवन के पास रहने वाली रेणुका नेताम ने पुरानी बस्ती थाने में लिखित शिकायत दी। शिकायत में बताया गया कि उनका बेटा शिवा नेताम पुलिस की गिरफ्त में था। इसी दौरान आकाश तिवारी नाम का व्यक्ति उनके पास पहुंचा और खुद को पत्रकार बताते हुए कहा कि उसकी पहचान कई प्रभावशाली व्यक्तियों से है। उसने यह भी भरोसा दिलाया कि वह केस को रफा-दफा करवा देगा।

महिला ने शुरुआत में इस पर संदेह जताया, लेकिन आरोपी ने केस के गंभीर परिणामों का डर दिखाकर उन्हें मानसिक दबाव में डाल दिया। इसी बहाने उसने महिला से कुल 2 लाख रुपए ले लिए। पैसे मिलते ही आरोपी फरार हो गया। इस घटना ने महिला को आर्थिक और मानसिक रूप से काफी परेशान कर दिया।

शिकायत दर्ज होते ही पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया। पुरानी बस्ती पुलिस और डीडी नगर थाना टीम ने मिलकर जांच शुरू की। सुरागों के आधार पर पुलिस ने आकाश तिवारी और उसके सहयोगी अनुराग शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से 1 लाख 89 हजार रुपए नकद बरामद किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि शेष राशि भी जल्द बरामद कर ली जाएगी।

जांच में यह भी सामने आया है कि आकाश तिवारी पहले भी खुद को पत्रकार बताकर लोगों से संपर्क करता था और उनके कानूनी मामलों में मदद का दावा करता था। पुलिस को संदेह है कि इस तरह की ठगी के अन्य मामले भी उसके खिलाफ हो सकते हैं। फिलहाल दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है ताकि अन्य पीड़ितों और घटनाओं का पता लगाया जा सके।

पुलिस अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा इस तरह के प्रस्ताव दिए जाने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें और बिना सत्यापन के पैसे न दें। पुलिस ने यह भी कहा कि किसी भी मामले को खत्म कराने या कानूनी मदद दिलाने के नाम पर पैसे लेना और धमकाना गंभीर अपराध है, जिसके लिए सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

यह घटना लोगों के लिए एक चेतावनी है कि ठग किस तरह से दबाव और झूठे वादों का सहारा लेकर लोगों को आर्थिक नुकसान पहुंचाते हैं। विशेषकर जब मामला परिवार के किसी सदस्य से जुड़ा हो, तो भावनाओं का फायदा उठाना ठगों की आम रणनीति होती है। ऐसे में सतर्क रहना और कानूनी प्रक्रिया पर भरोसा करना ही सुरक्षित विकल्प है।

फिलहाल, गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है और आगे की जांच में उनके आपराधिक रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। पुलिस को उम्मीद है कि इस कार्रवाई से ऐसे अपराधियों के हौसले पस्त होंगे और लोग भी अधिक सतर्क रहेंगे।


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