**सूरजपुर में दर्दनाक हादसा: पिकअप पलटने से 2 बच्चों की मौत, 20 घायल, 11 की हालत नाजुक**
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में मंगलवार रात एक तेज रफ्तार पिकअप वाहन के पलटने से बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में 25 लोगों में से दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि 20 लोग घायल हुए हैं। घायलों में 11 की हालत गंभीर बताई जा रही है। यह हादसा चेंद्रा चौकी क्षेत्र के बिसाही पोड़ी के पास हुआ, जब ग्रामीण शादी के चौथिया भोज से लौट रहे थे।
**मृतकों और घायलों की जानकारी**
हादसे में भंडारपारा निवासी दिगंबर राजवाड़े (12) और पुन्नू चेरवा (13) की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों बच्चों के सिर और सीने में गंभीर चोटें आई थीं। 20 घायलों में से 11 को गंभीर हालत में अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है, जबकि बाकी का इलाज भटगांव स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है।
**क्या था मामला?**
सूरजपुर के लटोरी चौकी क्षेत्र के भंडारपारा गांव के तलिंदर राजवाड़े की बेटी की शादी पांच दिन पहले ओड़गी ब्लॉक के बिलासपुर निवासी युवक से हुई थी। मंगलवार को बिलासपुर में चौथिया भोज का आयोजन था। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भंडारपारा से 25 ग्रामीण, जिनमें महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल थे, एक पिकअप में सवार होकर गए थे। कार्यक्रम के बाद रात को वे वापस लौट रहे थे।
**कैसे हुआ हादसा?**
रात करीब 10 बजे पिकअप बिसाही पोड़ी के नकटी नाला के पास एक तीखे मोड़ पर पहुंची। तेज रफ्तार के कारण चालक वाहन को नियंत्रित नहीं कर सका और पिकअप सड़क किनारे एक पत्थर से टकराकर पलट गई। हादसे में कई ग्रामीण वाहन से छिटककर सड़क पर गिर गए, जिससे अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही चेंद्रा चौकी प्रभारी एलपी गुप्ता और भटगांव थाना प्रभारी सरफराज फिरदौशी की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया।
**तेज रफ्तार और लापरवाही बनी कारण**
चेंद्रा चौकी प्रभारी ने बताया कि हादसे का मुख्य कारण तेज रफ्तार और चालक की लापरवाही थी। मोड़ पर चालक ने गाड़ी को नियंत्रित नहीं किया, जिससे यह हादसा हुआ। हादसे के बाद चालक मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।
**मालवाहकों का दुरुपयोग**
छत्तीसगढ़ में मालवाहक वाहनों का उपयोग बारात और अन्य समारोहों के लिए लोगों को लाने-ले जाने में आम है। पिछले साल कवर्धा में हुए एक बड़े हादसे के बाद मालवाहकों में सवारी ढोने पर प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इसका पालन नहीं हो रहा है। इस हादसे ने एक बार फिर इस समस्या को उजागर किया है।
**प्रशासन की कार्रवाई**
हादसे के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घायलों के इलाज के लिए प्रशासन ने तत्काल व्यवस्था की। स्थानीय लोगों ने भी राहत कार्य में मदद की। यह हादसा पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है, और ग्रामीणों में शोक की लहर है।
