**कोरबा में सनसनीखेज वारदात: आइसक्रीम फैक्ट्री में मजदूरों पर जुल्म, 5 गिरफ्तार**
कोरबा, 20 अप्रैल 2025: छत्तीसगढ़ के कोरबा में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सबको चौंका दिया है। आइसक्रीम फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों को बंधक बनाकर मारपीट, गाली-गलौज और बिजली का करंट देने के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को धर दबोचा है। सभी आरोपी राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के रहने वाले हैं।
**क्या है पूरा मामला?**
कोरबा के नगर पुलिस अधीक्षक भूषण एक्का ने बताया कि राजस्थान से मजदूरों को बुलाकर छोटूलाल गुर्जर (32) शहर में आइसक्रीम बिकवाता था। पैसे के लेन-देन को लेकर हुए विवाद ने भयावह रूप ले लिया। छोटूलाल ने अपने साले कालू उर्फ मुकेश, जीत्तू और अन्य साथियों के साथ मिलकर मजदूर विनोद भांबी और अभिषेक भांबी पर क्रूर अत्याचार किए।
आरोपियों ने दोनों मजदूरों को कमरे में कैद कर लिया, उनके कपड़े उतरवाए, बेरहमी से पीटा और गालियां दीं। इतना ही नहीं, पैसे की चोरी का इल्जाम कबूल करवाने के लिए उन्हें बैटरी के करंट से झटके दिए गए। मजदूर दर्द से चीखते रहे, छोड़ने की गुहार लगाते रहे, लेकिन आरोपियों का दिल नहीं पसीजा।
**मजदूरों की हिम्मत और पुलिस की त्वरित कार्रवाई**
इस अमानवीय यातना से किसी तरह जान बचाकर मजदूर राजस्थान के भीलवाड़ा पहुंचे और वहां के गुलाबपुर थाने में आपबीती सुनाई। भीलवाड़ा पुलिस ने तुरंत कोरबा पुलिस से संपर्क किया, जिसके बाद सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज हुआ। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छोटूलाल गुर्जर और उसके चार साथियों को गिरफ्तार कर लिया।
**कानूनी शिकंजा**
आरोपियों के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज, बंधक बनाकर करंट देने और जान को खतरे में डालने के अलावा अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की गहन जांच में जुट गई है।
**सामाजिक सवाल**
यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि मजदूरों के शोषण और उनके अधिकारों की अनदेखी को भी उजागर करती है। समाज में ऐसी क्रूरता को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है।