रायपुर, छत्तीसगढ़:
राजधानी रायपुर के नजदीक रविवार देर रात एक भीषण सड़क हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। यह हादसा तब हुआ जब एक ट्रक और ट्रेलर की आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसे की भयावहता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई शवों को निकालने के लिए गैस कटर का सहारा लेना पड़ा। ट्रेलर में लदा लोहा करीब 3 फीट तक बाहर निकला हुआ था, जो इस हादसे का प्रमुख कारण माना जा रहा है।
घटना का विवरण
घटना रायपुर से लगभग 30 किलोमीटर दूर धमधा रोड पर हुई। जानकारी के अनुसार, ट्रेलर वाहन अपने गंतव्य की ओर जा रहा था, जबकि ट्रक में कामगार सवार थे जो एक समारोह से लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि ट्रेलर चालक ने टोल टैक्स से बचने के लिए वैकल्पिक मार्ग चुना था, जो अपेक्षाकृत संकरा और खतरनाक था। इसी मार्ग पर अचानक सामने से आ रहे ट्रक से टक्कर हो गई।
लोहा बना मौत की वजह
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रेलर में लदा भारी लोहा पीछे से करीब 3 फीट बाहर निकला हुआ था। जब आमने-सामने टक्कर हुई, तो यही लोहा ट्रक की बॉडी को चीरता हुआ उसमें बैठे लोगों को बुरी तरह घायल करता चला गया। कुछ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाकी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। हादसे में मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
राहत और बचाव कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और एम्बुलेंस की टीमें मौके पर पहुंचीं। स्थानीय लोगों की मदद से राहत कार्य शुरू किया गया। ट्रक में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल करना पड़ा। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
जिला कलेक्टर और एसपी ने मौके का दौरा किया और हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए। प्रशासन की ओर से मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की गई है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि टोल टैक्स से बचने के चक्कर में ट्रेलर चालक ने गलत और असुरक्षित मार्ग का चुनाव किया, जिससे यह दर्दनाक हादसा हुआ।
नियमों की अनदेखी बनी हादसे का कारण
सड़क परिवहन विशेषज्ञों के अनुसार, यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि नियमों की अनदेखी का परिणाम है। ट्रेलर में लोहा इस तरह बाहर निकला होना नियमों का उल्लंघन है। साथ ही टोल से बचने के लिए वैकल्पिक मार्ग पकड़ना भी वाहन चालकों की एक आम आदत बनती जा रही है, जो कई बार जानलेवा साबित होती है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
हादसे के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा गया। उनका कहना है कि इस मार्ग पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। लोगों ने सड़क सुधार और ट्रैफिक नियंत्रण की मांग की है।