"धमतरी में भीषण हादसा: शादी से लौट रही पिकअप पलटी, 2 महिलाओं की दर्दनाक मौत, 6 घायल"


 

धमतरी, छत्तीसगढ़ – जिले के एक गांव में रविवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया, जब एक पिकअप वाहन असंतुलित होकर सड़क किनारे पलट गया। इस हादसे में दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। सभी लोग एक शादी समारोह से लौट रहे थे और घर की ओर जा रहे थे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, हादसा कुरुद थाना क्षेत्र के अंतर्गत हुआ। पिकअप वाहन में करीब 10 लोग सवार थे, जो शादी समारोह में शामिल होकर अपने गांव लौट रहे थे। तभी अचानक वाहन चालक ने संतुलन खो दिया, जिससे गाड़ी सड़क किनारे पलट गई। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि पिकअप का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से चपटा हो गया और सवार लोग उसमें दब गए।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा देर रात करीब 11 बजे हुआ। वाहन तेज रफ्तार में था और एक मोड़ पर अचानक नियंत्रण बिगड़ गया। बताया जा रहा है कि चालक को नींद की झपकी गई थी, जिसके चलते वह वाहन को नियंत्रित नहीं कर सका। वाहन पलटने के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी और घायलों को बाहर निकालने में मदद की।

पुलिस और 108 एंबुलेंस की टीम मौके पर पहुंची और सभी घायलों को कुरुद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। जहां प्राथमिक इलाज के बाद चार गंभीर रूप से घायलों को जिला अस्पताल रेफर किया गया है। वहीं, दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई थी। मृतकों की पहचान 45 वर्षीय ललिता बाई और 50 वर्षीय गीता देवी के रूप में हुई है। दोनों पास के गांव की निवासी थीं और रिश्तेदार की शादी में शामिल होने गई थीं।

धमतरी जिले के पुलिस अधीक्षक ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पिकअप वाहन में क्षमता से अधिक लोग सवार थे और प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि वाहन चालक के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था। फिलहाल चालक फरार है और उसकी तलाश की जा रही है।

शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और परिजनों को सूचना दे दी गई है। प्रशासन की ओर से मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही, घायलों का मुफ्त इलाज कराया जा रहा है।

गांव में शोक का माहौल है। शादी की खुशियां पल भर में मातम में बदल गईं। गांव के सरपंच ने बताया कि मृतक महिलाएं काफी मिलनसार थीं और गांव में हर सामाजिक कार्य में भाग लेती थीं। उनके निधन से पूरे गांव में गहरा दुख है।

इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिना परमिट और ओवरलोडेड गाड़ियों का चलना कितना खतरनाक साबित हो सकता है। प्रशासन को चाहिए कि ऐसे वाहनों पर सख्त कार्रवाई करे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

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