खैरागढ़, 30 मई 2025: खैरागढ़ जिले के इतवारी बाजार बस स्टैंड और सरकारी अस्पताल के बाहर लगे वॉटर एटीएम अब पूरी तरह से निष्क्रिय हो गए हैं। 12 लाख रुपए की कीमत वाले ये पानी के स्वचालित एटीएम, जिन्हें नागपुर की राइट वॉटर सॉल्यूशन कंपनी द्वारा जनता के लिए एक बड़ी सुविधा बताया गया था, आज केवल दिखावे तक सीमित रह गए हैं।
सरकारी अस्पताल के बाहर मरीजों के परिजन अब मजबूरन 20 रुपए की बोतलें खरीदने को मजबूर हैं, जबकि अस्पताल के ठीक बाहर लाखों की यह मशीनें काम न करने के कारण बेकार पड़ी हैं। इतवारी बाजार में भी यात्री प्यासे रह जाते हैं क्योंकि वहां लगा वॉटर एटीएम कई महीनों से खराब पड़ा हुआ है। इतना ही नहीं, अस्पताल के बाहर लगा एक वॉटर एटीएम चोरी हो चुका है, जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
कंपनी का ठेका खत्म, जिम्मेदारी टालते रहे अधिकारी
नगरपालिका के अधिकारियों ने इस मामले में कंपनी को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, राइट वॉटर सॉल्यूशन कंपनी का कहना है कि उनका ठेका समाप्त हो चुका है, इसलिए वे मरम्मत और रखरखाव का कार्य नहीं कर रहे हैं। कंपनी ने शुरुआत में यह दावा किया था कि ये वॉटर एटीएम पूरी तरह से स्वचालित होंगे और लोगों को सस्ता और शुद्ध पानी उपलब्ध कराएंगे। लेकिन हकीकत में न तो इन मशीनों का सही रखरखाव हुआ, न ही कोई ऑपरेटर नियुक्त किया गया।
कई जिलों में वॉटर एटीएम की हालत दयनीय
यह समस्या सिर्फ खैरागढ़ तक ही सीमित नहीं है। आसपास के कई जिलों में भी वॉटर एटीएम की स्थिति खराब है। कुछ स्थानों पर तो मशीनें गायब हो गई हैं, जबकि कुछ जगहों पर पानी की आपूर्ति ही बंद है। स्थानीय लोगों का कहना है कि लाखों रुपये खर्च कर लगाई गई इन मशीनों की उपेक्षा के कारण उनकी उम्मीदें पूरी नहीं हो पाई हैं।
सीएमओ नरेश वर्मा ने जताई चिंता, जल्द मरम्मत का दिया आश्वासन
नगरपालिका के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) नरेश वर्मा ने बताया कि कंपनी ने समय पर मरम्मत और रखरखाव का कार्य नहीं किया, जिससे मशीनों की हालत खराब हो गई। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल के पास लगा एक वॉटर एटीएम चोरी हो चुका है, जिसकी शिकायत भी की गई है। नरेश वर्मा ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही इन मशीनों की रिपेयरिंग की जाएगी और जनता को फिर से शुद्ध पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
जनता की उम्मीदें टूटीं
खैरागढ़ की जनता अब इन वॉटर एटीएम से मिलने वाले सस्ते और स्वच्छ जल की उम्मीदें छोड़ चुकी है। लोग सरकारी अस्पताल और सार्वजनिक स्थानों पर पानी के लिए अक्सर परेशान होते हैं। उम्मीद की जा रही है कि प्रशासन और संबंधित कंपनी मिलकर इस समस्या का स्थायी समाधान जल्द निकालेगी ताकि जनता को मूलभूत सुविधा में कोई कमी न हो।