राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ – मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राजनांदगांव में नवनिर्मित गवर्नमेंट प्रेस के भवन का लोकार्पण किया। इस आधुनिक प्रेस भवन का निर्माण लगभग 9 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है, जिसमें प्रिंटिंग और बाइंडिंग से जुड़ी सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इसके साथ ही, यह प्रेस अब सरकारी कार्यों से जुड़े प्रकाशनों को और अधिक कुशलता से पूरा करने में सक्षम होगा।
आधुनिक सुविधाओं से लैस नया भवन
नए प्रेस भवन में हाई-टेक प्रिंटिंग मशीनें, डिजिटल प्रिंटिंग यूनिट, ऑटोमेटेड बाइंडिंग मशीनें और कागज भंडारण के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, भवन में कर्मचारियों के लिए आरामदायक कार्यक्षेत्र, वेंटिलेशन की उचित व्यवस्था और अग्निशमन सुविधाएं भी मुहैया कराई गई हैं। यह प्रेस अब छत्तीसगढ़ सरकार के विभिन्न विभागों के लिए पुस्तकों, फॉर्म्स, नोटिफिकेशन और अन्य आवश्यक दस्तावेजों की छपाई को तेजी से पूरा करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा – "सरकारी कार्यों में दक्षता बढ़ेगी"
लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इस नए प्रेस भवन के निर्माण से सरकारी कार्यों में और अधिक दक्षता आएगी। उन्होंने कहा, "यह प्रेस अब आधुनिक मशीनों से लैस है, जिससे सरकारी प्रकाशनों की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित होगी। इससे शिक्षा, प्रशासन और अन्य विभागों को सही समय पर सामग्री उपलब्ध हो सकेगी, जो जनता की सेवा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।"
उन्होंने आगे कहा कि इस परियोजना से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, क्योंकि प्रेस में काम करने के लिए अधिक कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। साथ ही, इससे राजनांदगांव के विकास में भी मदद मिलेगी।
जिला प्रशासन और गवर्नमेंट प्रेस के अधिकारियों ने जताई खुशी
जिला प्रशासन और गवर्नमेंट प्रेस के अधिकारियों ने नए भवन के लोकार्पण पर खुशी जाहिर की है। उनका कहना है कि पुराने भवन में काम करने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब नए और आधुनिक ढांचे के साथ कार्य प्रक्रिया अधिक सुगम होगी। प्रेस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "इस नए भवन में काम करने का अनुभव पहले से कहीं बेहतर होगा। हमारी कार्यक्षमता बढ़ेगी और हम सरकारी आदेशों के अनुसार समय पर प्रिंटिंग कार्य पूरे कर पाएंगे।"
नए भवन का डिजाइन और निर्माण
गवर्नमेंट प्रेस के नए भवन का डिजाइन आधुनिक और कार्यात्मक है। इसे भूकंपरोधी तकनीक के साथ बनाया गया है ताकि दीर्घकालिक उपयोग सुनिश्चित किया जा सके। भवन में पर्याप्त प्राकृतिक रोशनी और हवा के आवागमन का ध्यान रखा गया है, जिससे ऊर्जा की बचत होगी। परिसर में पार्किंग, जनरेटर और वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम जैसी सुविधाएं भी शामिल हैं।