रायपुर, छत्तीसगढ़।
छत्तीसगढ़ के चिकित्सा और औद्योगिक परिदृश्य में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। देश के प्रतिष्ठित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल मेदांता के छत्तीसगढ़ में खुलने की संभावनाओं ने राज्यवासियों में एक नई उम्मीद जगा दी है। साथ ही, पेप्सी जैसी नामचीन पेय ब्रांड का उत्पादन करने वाली कंपनी वरुण बेवरेजेज लिमिटेड (वीबीएल) द्वारा संभावित निवेश और प्लांट स्थापना की खबरें भी राज्य के औद्योगिक विकास को गति देने वाली मानी जा रही हैं।
मेदांता के आने से मिलेगी चिकित्सा को नई दिशा
मेदांता अस्पताल की स्थापना भारत के प्रख्यात कार्डियक सर्जन डॉ. नरेश त्रेहान द्वारा की गई थी। 79 वर्षीय डॉ. त्रेहान अब तक 48 हजार से अधिक ओपन हार्ट सर्जरी कर चुके हैं और उन्हें देश के सबसे अनुभवी कार्डियोथोरेसिक सर्जनों में गिना जाता है। उन्होंने अमेरिका के फिलाडेल्फिया स्थित थॉमस जेफरसन यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में दो दशक से अधिक समय तक सेवाएं दीं और 1988 में भारत लौटे। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के अपोलो और एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट में कार्य किया।
2007 में उन्होंने गुरुग्राम में मेदांता – द मेडिसिटी की स्थापना की, जो आज हरियाणा सहित दिल्ली, इंदौर, लखनऊ, पटना और रांची तक विस्तार पा चुकी है। छत्तीसगढ़ में इस अस्पताल के खुलने की खबर से उम्मीद की जा रही है कि अब यहां भी ओपन हार्ट सर्जरी, लंग्स ट्रांसप्लांट और चेस्ट सर्जरी जैसी जटिल प्रक्रियाएं स्थानीय स्तर पर ही संभव हो पाएंगी। अभी भी कई मरीज बेहतर इलाज के लिए दिल्ली, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे महानगरों का रुख करते हैं।
यदि रायपुर या बिलासपुर जैसे प्रमुख शहरों में मेदांता का सेंटर खुलता है तो यह छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को एक नई ऊंचाई देगा और स्थानीय मरीजों को देश के सर्वोत्तम डॉक्टरों का इलाज घर के पास ही मिल सकेगा।
वीबीएल का निवेश बढ़ाएगा रोज़गार के अवसर
दूसरी ओर, वरुण बेवरेजेस लिमिटेड (VBL) द्वारा छत्तीसगढ़ में प्लांट लगाने की योजना राज्य के औद्योगिक विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। यह कंपनी PepsiCo के पेय पदार्थों की सबसे बड़ी बॉटलिंग पार्टनर है और भारत के 27 राज्यों एवं 7 केंद्र शासित प्रदेशों में कार्यरत है।
वीबीएल के उत्पादों में पेप्सी, मिरिंडा, सेवनअप, माउंटेन ड्यू, एक्वाफिना, स्टिंग और ट्रॉपिकाना जैसे विश्वप्रसिद्ध ब्रांड शामिल हैं। इसके अलावा यह कंपनी डेयरी ड्रिंक्स, नॉन-कार्बोनेटेड पेय, और पैकेज्ड वॉटर का भी उत्पादन करती है। कंपनी की मौजूदगी अफ्रीका और अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी है।
वीबीएल द्वारा छत्तीसगढ़ में प्लांट लगाने से राज्य में सीधे और परोक्ष रूप से हजारों रोजगार के अवसर उत्पन्न हो सकते हैं। उत्पादन, पैकेजिंग, वितरण, सप्लाई चेन और मार्केटिंग जैसे क्षेत्रों में स्थानीय युवाओं को बेहतर रोज़गार मिलने की संभावनाएं बनेंगी।
डबल इंजन से विकास को मिलेगी रफ्तार
राज्य सरकार यदि इन दोनों बड़े निवेशों को प्रोत्साहित करती है, तो यह छत्तीसगढ़ के हेल्थकेयर और इंडस्ट्रियल सेक्टर को एक साथ मजबूती प्रदान कर सकता है। जहां एक ओर मेदांता अस्पताल से राज्य के लोगों को विश्वस्तरीय चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी, वहीं दूसरी ओर वीबीएल जैसे बहुराष्ट्रीय उद्योग से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।