**"शराब दुकान नहीं खुलने देंगे!" छत्तीसगढ़ के खाड़ा गांव में ग्रामीणों का हल्ला बोल, हजारों महिलाएं-पुरुष सड़कों पर**

 **"शराब दुकान नहीं खुलने देंगे!" छत्तीसगढ़ के खाड़ा गांव में ग्रामीणों का हल्ला बोल, हजारों महिलाएं-पुरुष सड़कों पर**

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में खाड़ा गांव के लोग एकजुट होकर शराब के खिलाफ जंग छेड़ चुके हैं। ग्राम पंचायत खाड़ा और आसपास के रुदा गांव के हजारों महिला-पुरुषों ने नई शराब दुकान खोलने के प्रस्ताव के खिलाफ रविवार को विशाल रैली निकालकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने साफ कर दिया है कि किसी भी कीमत पर गांव में शराब की दुकान नहीं खुलने दी जाएगी। आइए, जानते हैं इस जनआंदोलन की पूरी कहानी।

### **"गांव को शराबमुक्त रखेंगे!" - ग्रामीणों की हुंकार**

खाड़ा गांव में नई शराब दुकान खोलने की कवायद ने ग्रामीणों का गुस्सा भड़का दिया है। रविवार को सैकड़ों महिलाएं और पुरुष सड़कों पर उतरे और नारेबाजी के साथ रैली निकालकर अपनी ताकत दिखाई। ग्रामीणों का कहना है कि शराब दुकान खुलने से गांव का माहौल खराब होगा, युवाओं का भविष्य खतरे में पड़ेगा और परिवारों की सुख-शांति छिन जाएगी।

### **भाजपा नेता की मांग ने बढ़ाया तनाव**

सरपंच नंदकुमार साहू ने बताया कि भाजपा नेता पुराण देशमुख ने जिला कलेक्टर को पत्र सौंपकर खाड़ा में शराब दुकान खोलने की मांग की है। जनपद पंचायत से एनओसी के लिए पत्र भी आया, लेकिन जैसे ही ग्रामीणों को इसकी भनक लगी, उन्होंने एकजुट होकर इसका विरोध शुरू कर दिया। सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि गांव में शराब दुकान नहीं खुलने दी जाएगी। 

### **"विकास रुका, शराब को बढ़ावा?" - सरपंच का सरकार पर हमला**

सरपंच नंदकुमार साहू ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "गांव में विकास के काम ठप हैं। सामुदायिक भवन और मंगल भवन का निर्माण 6 महीने से झूठी शिकायतों के कारण रुका हुआ है। सीसी रोड का काम भी अटका पड़ा है। ऐसे में शराब दुकान खोलकर सरकार गांव का माहौल बिगाड़ना चाहती है।" उन्होंने चेतावनी दी कि पंचायत किसी भी सूरत में शराब दुकान के लिए एनओसी नहीं देगी।

### **भाजपा नेता का तर्क: "अवैध शराब रोकने की कोशिश"**

वहीं, भाजपा के अंडा-निकुम मंडल महामंत्री पुराण देशमुख ने दावा किया कि अंडा और अंजोरा में शराब दुकानें दूर होने के कारण खाड़ा, रुदा, निकुम और आलबरस में शराब माफिया सक्रिय हैं। ये कोचिए महंगे दामों पर अवैध शराब बेच रहे हैं। उन्होंने कहा, "अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए मैंने कलेक्टर से नई दुकान की मांग की और ग्रामसभा से प्रस्ताव मांगा है।"

### **"शराब दुकान से गांव का भविष्य खतरे में" - पूर्व सरपंच**

पूर्व सरपंच हुल्ली बाई साहू ने कहा, "नई शराब दुकान खुलने से गांव के बच्चों और परिवारों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। यह गांव के हित में बिल्कुल ठीक नहीं है।" उन्होंने ग्रामीणों की एकजुटता की तारीफ करते हुए कहा कि यह आंदोलन गांव को शराबमुक्त रखने की दिशा में बड़ा कदम है।

### **"गलियां बन गईं शराब माफिया का अड्डा"**

ग्रामीणों का कहना है कि अवैध शराब की बिक्री के कारण गांव की गलियां शराब कोचियों का गढ़ बन चुकी हैं। लेकिन नई शराब दुकान खोलना इसका समाधान नहीं है। इससे गांव में शराब का चलन और बढ़ेगा, जिससे सामाजिक और पारिवारिक समस्याएं गहरा जाएंगी।

###**क्या होगा इस आंदोलन का नतीजा?**

खाड़ा गांव के ग्रामीणों का यह आंदोलन न सिर्फ शराब दुकान के खिलाफ है, बल्कि गांव के भविष्य और सामाजिक माहौल को बचाने की एक बड़ी लड़ाई है। क्या ग्रामीणों की यह एकजुटता सरकार और प्रशासन को झुका पाएगी? क्या खाड़ा गांव शराबमुक्त रह पाएगा? यह सवाल हर किसी के मन में है।

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