रायपुर, 30 मई 2025 — छत्तीसगढ़ में कोविड-19 संक्रमण के फिर से सिर उठाने के संकेत मिलते नजर आ रहे हैं। हाल ही में राज्य में कोरोना के तीन नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से दो रायपुर से हैं। इसके साथ ही सर्दी, खांसी, बुखार और सांस संबंधी शिकायतों वाले मरीजों की संख्या में राजधानी समेत अन्य जिलों में तेजी देखी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने इस स्थिति को गंभीर मानते हुए नई एडवाइजरी जारी की है।
अस्पतालों को दिए सख्त निर्देश
स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को निर्देशित किया है कि इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस (ILI) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस (SARI) के लक्षण दिखने वाले हर मरीज की जानकारी तत्काल इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉर्मेशन सेंटर को दें। ऐसे मरीज यदि सामान्य इलाज से ठीक हो रहे हैं तो उनकी भी स्क्रीनिंग कर सैंपल को कोविड-19 जांच के लिए भेजा जाए।
जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजने की तैयारी
यदि आवश्यक हुआ तो मरीजों के सैंपल को एम्स, रायपुर में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा, ताकि यह जाना जा सके कि वर्तमान में सामने आए केस पुराने वायरस के हैं या कोई नया वेरिएंट सक्रिय हो चुका है। विभाग ने मितानिनों को निर्देशित किया है कि वे ग्राम एवं शहरी बस्तियों में कोविड जैसे लक्षणों वाले मरीजों की पहचान कर स्वास्थ्य केंद्रों को सूचना दें।
अस्पतालों में दवाइयों और उपकरणों की उपलब्धता जरूरी
स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि अस्पतालों में कोविड से निपटने के लिए जरूरी दवाइयों, ऑक्सीजन, PPE किट्स और मास्क की पर्याप्त उपलब्धता हो। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है।
स्वास्थ्य मंत्री का औचक निरीक्षण
इसी कड़ी में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने महासमुंद जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं की जांच करते हुए मरीजों से सीधे बातचीत की और उनके इलाज की स्थिति को समझा। मंत्री ने डायलिसिस यूनिट का भी दौरा किया और वहां उपचाररत मरीजों से उनका हालचाल पूछा।
इस दौरान उन्होंने कोमल रात्रे नामक मरीज से विशेष रूप से चर्चा की और जाना कि उन्हें किस प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं। मंत्री ने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो और सभी मरीजों को गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध कराया जाए।
अधिकारी भी रहे मौजूद
निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया और चिकित्सा शिक्षा विभाग की आयुक्त शिखा राजपूत भी उपस्थित थीं। उन्होंने अस्पताल में दवाओं की उपलब्धता और स्टाफ की मौजूदगी पर भी बारीकी से नजर रखी।
छत्तीसगढ़ में कोविड के नए मामलों को देखते हुए सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि सतर्कता में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। विभागीय निगरानी, सामुदायिक सहभागिता और मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर की मजबूती के जरिए संक्रमण की रोकथाम के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।