दवा कारोबारी के पूर्व ड्राइवर ने की 27 लाख की चोरी, आरोपी विजय कश्यप गिरफ्तार
रायपुर, 30 मई — राजधानी रायपुर के माना थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज चोरी की घटना सामने आई है। डुमरतराई स्थित 'औषधि वाटिका' नामक मेडिकल और कॉस्मेटिक दुकान से 27 लाख रुपये की बड़ी चोरी को अंजाम दिया गया। मामले में पुलिस ने पूर्व ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है और पूरी रकम बरामद कर ली गई है।
चोरी की घटना ऐसे आई सामने
दुकान के मालिक संजय आहूजा ने बताया कि 27 मई की रात करीब 8:30 बजे वह रोज की तरह दुकान बंद कर घर लौटे थे। जब रात 10:30 बजे वह घर का ताला लगाने लगे, तब उन्हें अहसास हुआ कि उनकी कार की चाबी गायब है। शक के आधार पर उन्होंने कार की तलाशी ली, तो पाया कि दुकान की चाबी भी नहीं है। इस पर उन्होंने सतर्कता दिखाते हुए तुरंत 12 नए ताले खरीदे और रात 11 बजे जाकर दुकान के सभी ताले बदल दिए। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
अगली सुबह हुआ खुलासा
अगले दिन सुबह जब वे दुकान पहुंचे, तो देखा कि केबिन का दराज टूटा हुआ था और अंदर रखे 27 लाख रुपये चोरी हो चुके थे। इसमें 15 लाख रुपये उनके स्वयं के केबिन से और 12 लाख रुपये उनके पिता के केबिन से गायब थे। तुरंत उन्होंने माना थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।
CCTV फुटेज से मिला सुराग
माना थाना और रायपुर की एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट ने मिलकर जांच शुरू की। दुकान और आस-पास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई, जिसमें एक संदिग्ध युवक नजर आया। पहचान होने पर पता चला कि वह विजय कश्यप उर्फ गुड्डा है, जो पहले संजय आहूजा की दुकान में ड्राइवर के रूप में काम कर चुका था।
गांव से हुआ गिरफ्तार, कबूल किया जुर्म
जांच के दौरान जानकारी मिली कि चोरी के बाद विजय अपने गांव मलदा कला (जिला सक्ती) भाग गया है। रायपुर पुलिस ने सक्ती और जांजगीर पुलिस की मदद से गांव में दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में विजय ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और बताया कि उसे पैसों की जरूरत थी और वह जानता था कि दुकान में कहां नकदी रखी जाती है।
बरामद हुई पूरी नकदी और बाइक
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी के पास से चोरी की पूरी रकम 27 लाख रुपये और अपराध में इस्तेमाल की गई बाइक भी बरामद कर ली। माना थाना में आरोपी विजय कश्यप के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस की तत्परता से खुला मामला
इस पूरे मामले में रायपुर पुलिस की त्वरित कार्रवाई और तकनीकी जांच की सराहना की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज की मदद से अपराधी की पहचान कर, उसे चंद दिनों में पकड़ना और पूरी रकम बरामद कर लेना पुलिस की सतर्कता का उदाहरण है।