शहर में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने वाले एक पुलिसकर्मी की बर्बरता की घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। एक मासूम आईस्क्रीम विक्रेता को पीटने के बाद जब एक युवक ने बीच-बचाव की कोशिश की, तो उसे भी बुरी तरह लाठी से पीटा गया। यह युवक अपने परिवार के साथ अपनी शादी की सालगिरह पर डिनर के लिए निकला था। घटना में युवक के दोनों आईब्रो कट गए और शरीर पर गंभीर चोटें आईं।
यह घटना शुक्रवार रात लगभग 9:30 बजे शहर के व्यस्त बाजार क्षेत्र में घटी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आईस्क्रीम बेचने वाला एक ठेले वाला अपनी दुकान समेट रहा था कि तभी एक पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचा और बिना किसी स्पष्ट कारण के उस पर लाठी चला दी। आसपास मौजूद लोग हैरान रह गए।
घटना को देखकर पास खड़े एक युवक, विकास शर्मा (उम्र 32), ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की। विकास अपनी पत्नी और पांच साल की बेटी के साथ पास के एक रेस्तरां में डिनर के लिए आए थे। उन्होंने जब पुलिसकर्मी से कारण पूछा और आग्रह किया कि वह गरीब विक्रेता को न मारे, तो कॉन्स्टेबल ने अपना आपा खो दिया और विकास पर भी लाठी से हमला कर दिया।
“मैंने बस इतना कहा कि उसे मत मारिए, वह क्या कर रहा है, पूछ लीजिए। लेकिन इससे पहले कि मैं कुछ और कहता, उन्होंने मुझे धक्का दिया और फिर लाठी से चेहरे और शरीर पर वार करने लगे,” विकास ने बताया।
लाठी के वार से विकास की दोनों आईब्रो कट गईं और सिर पर भी गहरा घाव आया। उन्हें तत्काल पास के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें कई टांके लगाए गए। उनकी पत्नी और बच्ची इस घटना से गहरे सदमे में हैं।
आईस्क्रीम विक्रेता, जो खुद एक दैनिक मजदूरी पर निर्भर व्यक्ति है, ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “मैं बस अपनी दुकान समेट रहा था। कॉन्स्टेबल ने कुछ नहीं पूछा और सीधे मारना शुरू कर दिया। विकास जी ने मुझे बचाया, नहीं तो मैं शायद ज्यादा घायल हो जाता।”
घटना के बाद बाजार में अफरा-तफरी मच गई और आसपास के दुकानदारों ने पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा की। स्थानीय लोगों ने बताया कि संबंधित कॉन्स्टेबल अक्सर इलाके में बिना कारण लोगों से बदसलूकी करता है।
पुलिस प्रशासन ने क्या कहा?
घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए हैं, जिसमें स्पष्ट रूप से पुलिसकर्मी को लाठी चलाते देखा जा सकता है। मामले ने तूल पकड़ा तो संबंधित थाने के अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी और यदि पुलिसकर्मी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
“हम वीडियो की जांच कर रहे हैं और घायल व्यक्ति की मेडिकल रिपोर्ट भी देखी जा रही है। यदि पुलिसकर्मी ने नियमों का उल्लंघन किया है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा,” थाने के प्रभारी निरीक्षक ने बताया।
मानवाधिकार संगठनों ने जताई चिंता
स्थानीय मानवाधिकार संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि ऐसे मामलों से आम जनता का पुलिस से विश्वास उठ जाता है। उन्होंने मांग की है कि पुलिसकर्मी को तुरंत निलंबित कर निष्पक्ष जांच करवाई जाए।