बिलासपुर में पारिवारिक विवाद बना खूनी संघर्ष: पिता ने बेटे की ली जान


 

बिलासपुर, छत्तीसगढ़।
शहर के पास स्थित एक गांव में पारिवारिक विवाद ने खूनी रूप ले लिया जब एक पिता ने मामूली बहस के चलते अपने ही बेटे की कुल्हाड़ी से निर्मम हत्या कर दी। घटना शुक्रवार रात की है, जब पूरा परिवार रात का भोजन कर रहा था। अचानक शुरू हुई बहस ने विकराल रूप ले लिया, जिसके बाद गुस्से से बौखलाए पिता ने बेटे पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। बेटे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बीच-बचाव करने आई मां को भी चोटें आई हैं।

मामूली कहासुनी से शुरू हुआ झगड़ा

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार घटना बिलासपुर जिले के सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के एक गांव की है। परिवार में पिता, मां और बेटा तीनों साथ में रात का खाना खा रहे थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर पिता और बेटे के बीच कहासुनी हो गई। बेटे ने पिता की किसी बात का विरोध किया, जिससे पिता नाराज़ हो गया।

गुस्से में आकर पिता ने पास ही रखी कुल्हाड़ी उठा ली और बेटे पर हमला कर दिया। कुल्हाड़ी के पहले वार से ही बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बावजूद आरोपी पिता का गुस्सा नहीं थमा और उसने बेटे के सिर और गर्दन पर कई बार वार किए, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

मां को भी आई गंभीर चोट

घटना के दौरान मां ने बेटे को बचाने की कोशिश की, लेकिन आरोपी ने उसे भी धक्का देकर गिरा दिया। इस दौरान उसे सिर में गंभीर चोटें आईं। शोर सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घायल मां को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

आरोपी पिता गिरफ्तार

सिरगिट्टी थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी पिता को घटनास्थल से ही गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और बताया कि बेटे का व्यवहार अक्सर अशोभनीय होता था, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान रहता था। हालांकि, पुलिस का कहना है कि आरोपी की मानसिक स्थिति की जांच भी करवाई जाएगी।

गांव में पसरा सन्नाटा

इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम और सन्नाटा पसर गया है। मृतक युवक की उम्र लगभग 25 वर्ष बताई जा रही है और वह कुछ समय से बेरोजगार था। ग्रामीणों का कहना है कि पिता और बेटे के बीच पहले भी विवाद होते रहते थे, लेकिन कभी किसी ने सोचा नहीं था कि मामला इतना हिंसक मोड़ ले लेगा।

हत्या का मामला दर्ज

पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जांच जारी है और पुलिस परिवार के अन्य सदस्यों तथा पड़ोसियों से भी पूछताछ कर रही है ताकि घटना के पीछे की असली वजह का पता चल सके।

सामाजिक और मानसिक तनाव बना कारण?

विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं परिवारों में बढ़ते मानसिक तनाव और संवाद की कमी का परिणाम हो सकती हैं। यदि समय रहते पारिवारिक काउंसलिंग या सामुदायिक हस्तक्षेप होता, तो शायद इस त्रासदी को रोका जा सकता था।


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