रामपुर वार्ड में बिना आंधी-तूफान के गिरा पेड़, ऑटो और मकान को नुकसान – मुआवजे की मांग तेज़


 

धमतरी, 13 जून

धमतरी जिले के रामपुर वार्ड में शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। वन विभाग परिसर में स्थित एक विशाल बालमखीरा पेड़ का बड़ा हिस्सा अचानक गिर गया, जिससे एक ऑटो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और पास खड़ी एक कार व एक मकान को भी नुकसान पहुंचा है।

हादसा उस समय हुआ जब वार्ड के अधिकतर लोग गहरी नींद में सो रहे थे। पेड़ गिरने की तेज आवाज सुनकर मोहल्ले के लोग जागे और बाहर निकलकर देखा तो ऑटो पर पेड़ का विशाल हिस्सा गिरा पड़ा था। पेड़ के वजन से ऑटो का अगला टायर हवा में लटक गया और वाहन पूरी तरह चकनाचूर हो गया।

मकान और बिजली व्यवस्था भी प्रभावित

पेड़ गिरने की चपेट में एक कार का अगला हिस्सा, जिसमें हेडलाइट और बोनट शामिल हैं, भी क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं एक मकान की छत पर भी डंगाल गिरा जिससे कवेलु को नुकसान पहुंचा। इस हादसे के कारण बिजली का तार भी टूट गया, जिससे तुरंत बिजली विभाग को सूचना देकर लाइन बंद कराई गई। पार्षद प्रकाश सिन्हा और वन विभाग व बिजली विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और स्थिति को नियंत्रित किया।

आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को हुआ नुकसान

रामपुर निवासी दिव्यांग नामदेव साहू ने बताया कि उनका घर आर्थिक रूप से कमजोर स्थिति में है। पेड़ की टहनी उनके घर की छत पर गिर गई जिससे कवेलु टूट गए और घर में पानी रिसने की संभावना बन गई है। उन्होंने वन विभाग और नगर निगम से मुआवजे की मांग की है।

चश्मदीदों ने बताया – बड़ी घटना टल गई

स्थानीय निवासी युगल देवांगन ने कहा, "घटना हमारे घर के ठीक सामने हुई। पेड़ की टहनी गैलरी तक आ गई थी। यदि यह हादसा थोड़ी देर बाद होता, जब लोग जाग जाते, तो जान-माल की बड़ी हानि हो सकती थी।"

वहीं अधिवक्ता शंकर देवांगन ने बताया कि कार में पेड़ गिरने से हेडलाइट और बोनट टूट गया है। रोजाना की तरह मोहल्ले में खड़ा रहने वाला ऑटो भी पूरी तरह से नष्ट हो गया।

पार्षद ने किया स्थल निरीक्षण

रामपुर वार्ड के पार्षद प्रकाश सिन्हा ने बताया कि जैसे ही उन्हें सुबह 5 बजे हादसे की जानकारी मिली, वे तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने वन विभाग और बिजली विभाग को सूचित किया। संबंधित विभागों ने मौके पर पहुंचकर पेड़ के हिस्से को हटवाया और बिजली लाइन को बंद कर सुरक्षित बनाया।

मुआवजे की उठी मांग

हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने वन विभाग से उचित मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि पेड़ की नियमित देखभाल नहीं की गई, जिससे यह घटना हुई। बिना किसी प्राकृतिक आपदा के पेड़ का गिरना प्रशासन की लापरवाही की ओर संकेत करता है।

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