नागपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के नागपुर मंडल में इस बार मानसून के मद्देनजर रेलवे ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। दरअसल, यह रेल लाइन पहाड़ों और घने जंगलों से होकर गुजरती है, ऐसे में बारिश के दौरान भूस्खलन और जलभराव की आशंका बढ़ जाती है। यात्रियों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मंडल के 34 अंडरपासों की लगातार निगरानी की जा रही है।
मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार गुप्ता के अनुसार, संवेदनशील क्षेत्रों में जल निकासी के लिए पंप लगाए गए हैं और रेल कर्मचारियों की विशेष टीम तैनात की गई है। इन टीमों को भारी बारिश में तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। रेलवे के मुताबिक, नागपुर-दुर्ग सेक्शन में 7, तुमसर रोड-तिरोडी में 3, गोंदिया-चांदा फोर्ट में 9, नैनपुर-छिंदवाड़ा में 3, छिंदवाड़ा-इतवारी में 6, बालाघाट-कटंगी में 3, गोंदिया-बालाघाट में 1, नैनपुर-मंडला में 1 और कलमना-कोरडी के बीच 1 अंडरपास को निगरानी में रखा गया है।
हाल ही में रेलवे ने इन सभी संवेदनशील क्षेत्रों का निरीक्षण भी किया है। रेलवे की टीमों ने जंगलों और पहाड़ी इलाकों के साथ पुलों तथा साइड ड्रेनेज की जांच की है। साथ ही ड्रेनेज की सफाई कर जल निकासी व्यवस्था को मजबूत किया गया है। पहाड़ों से बहने वाले पानी को रेलवे ट्रैक से दूर करने के लिए भी तकनीकी उपाय किए गए हैं।
ट्रेनों के रूट में बदलाव
पूर्वी तटीय रेलवे के संबलपुर स्टेशन में यार्ड रिमॉडलिंग का काम 1 जुलाई से 31 अगस्त तक चलेगा। इसके चलते दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की कुछ ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया गया है। इनमें 12879/12880 एलटीटी-भुवनेश्वर-एलटीटी एक्सप्रेस, 22865/22866 एलटीटी-पुरी-एलटीटी एक्सप्रेस और 20813/20814 पुरी–जोधपुर-पुरी एक्सप्रेस शामिल हैं। ये ट्रेनें सरला जंक्शन और संबलपुर सिटी स्टेशन से होकर चलेंगी। रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे सफर से पहले अपने ट्रेन रूट की जानकारी अवश्य लें।
बिलासपुर-काचेगुडा स्पेशल ट्रेन भी तय
रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए 08263/08264 बिलासपुर-काचेगुडा-बिलासपुर स्पेशल ट्रेन की भी घोषणा की है। यह ट्रेन 7 और 14 जुलाई को बिलासपुर से रवाना होगी, जबकि वापसी में 8 और 15 जुलाई को काचेगुडा से चलकर बिलासपुर पहुंचेगी। हालांकि, रखरखाव कार्य के चलते ट्रेन काचेगुडा तक न जाकर चर्लपल्ली स्टेशन तक ही जाएगी। रेलवे ने यात्रियों को इस अस्थायी बदलाव की जानकारी पहले ही दे दी है।
रेलवे प्रशासन का कहना है कि मानसून के दौरान यात्रियों की सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है और सभी विभाग मिलकर सतत निगरानी में जुटे हैं ताकि कोई भी अनहोनी न हो।