धमतरी, छत्तीसगढ़ | 19 जुलाई 2025
धमतरी जिले में शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके परिवार के खिलाफ की गई ईडी की कार्रवाई के विरोध में किया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस कार्रवाई को "राजनीतिक प्रतिशोध" करार देते हुए कहा कि यह लोकतंत्र पर हमला है और जनता की चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने की साजिश का हिस्सा है।
सुबह कांग्रेस भवन से शुरू हुआ विरोध मार्च जोरदार नारेबाजी के साथ गांधी मैदान पहुंचा, जहां कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार और ईडी के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। प्रदर्शन के दौरान "ईडी हटाओ, लोकतंत्र बचाओ", "भूपेश बघेल जिंदाबाद", और "तानाशाही नहीं चलेगी" जैसे नारे गूंजते रहे।
प्रदर्शन के दौरान गांधी मैदान में भाजपा और ईडी का पुतला दहन किया गया। इसी दौरान एक अप्रिय घटना घट गई। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष निशु चंद्राकर की पोशाक आग की चपेट में आ गई। उनका कुर्ता, पैजामा और जूते बुरी तरह झुलस गए। हालांकि, वे खुद को बड़ी मुश्किल से बचाने में सफल रहे और कोई गंभीर शारीरिक नुकसान नहीं हुआ। मौके पर मौजूद लोगों ने तत्परता से आग बुझाने का प्रयास किया।
घटना के तुरंत बाद कोतवाली थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला। पुलिस ने आग बुझाने में मदद की और लोगों को पीछे हटने का निर्देश दिया। हालांकि, इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प की स्थिति भी बन गई, जिससे माहौल कुछ देर के लिए तनावपूर्ण हो गया।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके परिवार को टारगेट करना एक सोची-समझी साजिश है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि विधानसभा सत्र के अंतिम दिन तमनार में अडानी के लिए काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा उठाया जाना था, लेकिन केंद्र सरकार ने उस पर से ध्यान भटकाने के लिए ईडी की छापेमारी करवा दी।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने कहा, “ईडी और सीबीआई जैसी संस्थाएं अब भाजपा के राजनीतिक हथियार बन गई हैं। विपक्ष के नेताओं को डराने, धमकाने और बदनाम करने के लिए इन एजेंसियों का इस्तेमाल हो रहा है। यह देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं का दुरुपयोग है।”
नेताओं ने यह भी कहा कि जिन मामलों में कार्रवाई की जा रही है, उनमें न कोई ठोस सबूत है और न ही न्यायिक प्रक्रिया का पालन हो रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि ऐसी एजेंसियों को स्वतंत्र और निष्पक्ष बनाया जाए, ताकि वे संविधान के दायरे में काम करें और राजनीतिक प्रभाव से मुक्त रहें।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में युवा, महिलाएं और वरिष्ठ कांग्रेस नेता शामिल हुए। उन्होंने काले झंडे लहराकर और नारेबाजी कर भाजपा सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया। कार्यक्रम के अंत में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि इस प्रकार की "जनविरोधी" कार्रवाई नहीं रोकी गई, तो आने वाले दिनों में पूरे राज्य में उग्र आंदोलन किया जाएगा।
यह प्रदर्शन न सिर्फ धमतरी बल्कि पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच रोष और विरोध की एक मिसाल बन गया है। लगातार हो रही ईडी कार्रवाई ने प्रदेश में सियासी हलचल को तेज कर दिया है, और आने वाले दिनों में यह मुद्दा और भी गरमाने की संभावना है।