महासमुंद वन विभाग की बड़ी कार्रवाई: लाखों की अवैध सागौन और साल की लकड़ियां जब्त


 

महासमुंद, छत्तीसगढ़ — महासमुंद वनमंडल में अवैध लकड़ी संग्रहण के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए वन विभाग की टीम ने बुधवार को साकरा वन परिक्षेत्र में छापा मारकर भारी मात्रा में चिरान लकड़ियों को जब्त किया है। यह छापा डीएफओ मयंक पाण्डे के निर्देश पर मुखबिर से प्राप्त पुख्ता सूचना के आधार पर चलाया गया। इस कार्रवाई में टीम ने 60 नग अवैध रूप से संग्रहित सागौन और साल प्रजाति की लकड़ियां जब्त कीं, जिनकी अनुमानित कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है।

ग्राम लोहरीनडोंगरी में छापा

वन विभाग को यह सूचना प्राप्त हुई थी कि ग्राम लोहरीनडोंगरी में एक व्यक्ति के निवास स्थान पर बड़ी मात्रा में अवैध रूप से लकड़ियों का संग्रहण किया जा रहा है। सूचना मिलते ही पिथौरा वन परिक्षेत्र के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम का गठन किया गया, जिसमें साकरा बीट के फॉरेस्ट ऑफिसर और अन्य वनकर्मी शामिल थे। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर छापा मारा और वहां से अवैध रूप से संग्रहित सागौन और साल की कुल 60 नग चिरान लकड़ियां जब्त कीं।

बिना अनुमति की गई थी लकड़ी की भंडारण

जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि लकड़ियों को किसी भी प्रकार की वैध अनुमति या लाइसेंस के बिना घर में संग्रहित किया गया था। बरामद की गई लकड़ियां उच्च गुणवत्ता की थीं, जिनका उपयोग फर्नीचर निर्माण और अन्य वाणिज्यिक कार्यों में किया जाता है। प्राथमिक जांच में यह भी संकेत मिले हैं कि इस अवैध गतिविधि के पीछे एक संगठित गिरोह हो सकता है, जो जंगलों से लकड़ी काटकर गांवों में सुरक्षित स्थानों पर छुपाकर रखते हैं और बाद में उसे तस्करी के माध्यम से बाजार में बेचते हैं।

बाजार मूल्य लाखों में

वन विभाग द्वारा जब्त की गई लकड़ियों का बाजार मूल्य लाखों रुपये में आंका गया है। सागौन और साल जैसी प्रजातियां न केवल आर्थिक रूप से महंगी होती हैं, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। इनका अवैध कटान जंगलों की जैव विविधता को खतरे में डालता है और वन्य जीवों के प्राकृतिक आवासों को नुकसान पहुंचाता है।

वन अपराधों पर सख्ती की चेतावनी

इस पूरे प्रकरण पर प्रतिक्रिया देते हुए वन मंडलाधिकारी (DFO) मयंक पाण्डे ने कहा, “वन अपराधों के प्रति हमारी नीति बिल्कुल स्पष्ट और सख्त है। किसी भी प्रकार की अवैध कटाई, संग्रहण या तस्करी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमने अपनी निगरानी और गश्ती प्रणाली को और अधिक सक्रिय किया है। आने वाले दिनों में और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।”

उन्होंने यह भी कहा कि जो भी लोग इस अवैध कार्य में शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ वन अधिनियम के तहत कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। संबंधित व्यक्ति से पूछताछ जारी है और जल्द ही उसे न्यायिक प्रक्रिया के तहत कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा।

स्थानीय ग्रामीणों को चेतावनी

वन विभाग की इस कार्रवाई से साकरा क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। विभाग ने स्थानीय ग्रामीणों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों में शामिल न हों और अगर उन्हें इस प्रकार की कोई जानकारी मिलती है तो तुरंत विभाग को सूचित करें। वन विभाग अब ऐसी सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई करने के लिए विशेष निगरानी दल भी गठित कर रहा है।

आगे की जांच जारी

वर्तमान में जब्त लकड़ियों को वन विभाग के सुरक्षित केंद्र में रखा गया है और इस मामले की विस्तृत जांच जारी है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि लकड़ियां कहां से लाई गई थीं, और इस नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। विभाग ने संभावना जताई है कि यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें कुछ स्थानीय व्यापारी और तस्कर भी संलिप्त हो सकते हैं।

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