दुर्ग-पटना रेल मार्ग पर सफर करने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) ने यात्रियों की लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए दुर्ग और पटना के बीच वीकली स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। गर्मी की छुट्टियों के बाद बढ़ी भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से यह विशेष ट्रेन जुलाई महीने में चार फेरों में चलाई जाएगी।
रेल प्रशासन के मुताबिक, 08797 दुर्ग-पटना वीकली स्पेशल ट्रेन दुर्ग से हर सोमवार 7, 14, 21 और 28 जुलाई को दोपहर 1:15 बजे रवाना होगी और अगले दिन दोपहर 3:30 बजे पटना पहुंचेगी। वहीं, वापसी में 08798 पटना-दुर्ग वीकली स्पेशल ट्रेन पटना से हर मंगलवार 8, 15, 22 और 29 जुलाई को शाम 5:15 बजे रवाना होकर अगले दिन रात 10:35 बजे दुर्ग पहुंचेगी।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले ट्रेन की समय-सारणी और स्टॉपेज की जानकारी रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन के जरिए जरूर चेक करें, ताकि किसी बदलाव की स्थिति में असुविधा से बचा जा सके।
21 कोचों के साथ चलेगी ट्रेन, 1,000 से अधिक बर्थ उपलब्ध
रेल प्रशासन ने जानकारी दी है कि इस स्पेशल ट्रेन में कुल 21 कोच लगाए जाएंगे, जिनमें—
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2 एसी थर्ड क्लास कोच
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13 स्लीपर क्लास कोच
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4 जनरल कोच
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2 LRD (गार्ड/सुरक्षा) कोच शामिल हैं।
इससे यात्रियों को लगभग 1,008 बर्थ की सुविधा मिलेगी, जिससे लंबी दूरी की यात्राओं में भीड़ के बीच बड़ी राहत मिल सकेगी।
इन प्रमुख स्टेशनों पर मिलेगा ठहराव
दुर्ग-पटना स्पेशल ट्रेन दोनों दिशाओं में कई प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी।
08797 दुर्ग-पटना स्पेशल ट्रेन के प्रमुख स्टॉपेज:
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रायपुर, भाटापारा, बिलासपुर, रायगढ़, राउरकेला, हटिया, रांची, धनबाद, मधुपुर, झाझा, मोकामा, फतुहा, पटना साहिब, राजेंद्र नगर टर्मिनल।
08798 पटना-दुर्ग स्पेशल ट्रेन के प्रमुख स्टॉपेज:
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राजेंद्र नगर टर्मिनल, बख्तियारपुर, किऊल, झाझा, धनबाद, बोकारो, रांची, राउरकेला, बिलासपुर, रायपुर।
भीड़ के बीच बड़ी राहत
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस ट्रेन के संचालन से दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, झारखंड और बिहार के यात्रियों को सीधा और सस्ता विकल्प मिलेगा। वहीं, त्योहार और गर्मी की छुट्टियों के बाद सफर में बढ़ती भीड़ को भी राहत मिलेगी।
ऑनलाइन रिजर्वेशन शुरू
ट्रेन के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग भी शुरू कर दी गई है। यात्रियों को समय पर टिकट आरक्षित करने की सलाह दी गई है ताकि भीड़ के कारण सीट की समस्या न हो।
रेलवे प्रशासन ने यह भी साफ किया है कि यात्रियों की संख्या और मांग के आधार पर भविष्य में इस ट्रेन के फेरों की संख्या बढ़ाने पर भी विचार किया जा सकता है।