राजनांदगांव स्कूल में टीचर की पिटाई से छात्र के कान 80% डैमेज, इलाज में हर दिन 2500 रुपए खर्च


 

राजनांदगांव। जिले के डोंगरगढ़ स्थित खालसा पब्लिक स्कूल में 7वीं कक्षा के छात्र के साथ टीचर की पिटाई का गंभीर मामला सामने आया है। शिक्षक की मार से छात्र सार्थक सहारे (13) के दोनों कानों की नसें डैमेज हो गई हैं। किताब निकालने में देरी होने पर टीचर प्रियंका सिंह ने गुस्से में आकर छात्र को 4 थप्पड़ मारे। इसके बाद छात्र को सुनाई देना बंद हो गया।

सुनने की क्षमता 76.6 dBHL तक गिरी

पीड़ित छात्र के पिता सुधाकर सहारे ने बताया कि मारपीट के बाद बेटे की सुनने की क्षमता सिर्फ 76.6 dBHL रह गई है, जो गंभीर हियरिंग लॉस की स्थिति है। फिलहाल बच्चे का इलाज रायपुर के निजी अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक, छात्र के कान की नसों में गहरी चोट (Post-traumatic Sensorineural Hearing Loss) है। डॉक्टरों ने ऑक्सीजन थेरेपी और स्टेरॉयड ट्रीटमेंट शुरू किया है। इलाज में रोजाना करीब 2500 रुपए खर्च हो रहे हैं।

स्कूल प्रबंधन ने टीचर को किया सस्पेंड

मामले के तूल पकड़ने के बाद स्कूल प्रबंधन ने आरोपी टीचर प्रियंका सिंह को तत्काल सस्पेंड कर दिया है। स्कूल प्रबंधन के हरजीत सिंह अरोरा ने बताया कि टीचर को कारण बताओ नोटिस भी दिया गया है। साथ ही शिक्षा विभाग की समिति इस मामले की जांच कर रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

परिजन कर रहे नौकरी से बर्खास्तगी और इलाज का खर्च उठाने की मांग

इस घटना के बाद स्कूल में अभिभावकों और प्रबंधन के बीच बैठक हुई, जिसमें पीड़ित परिवार ने आरोपी टीचर की नौकरी से बर्खास्तगी और बच्चे के इलाज का पूरा खर्च स्कूल से दिलाने की मांग की। परिजनों का कहना है कि यह कोई सामान्य गलती नहीं, बल्कि बच्चे की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है।

पहले भी बच्चों से ऐसा व्यवहार कर चुकी है टीचर

पीड़ित छात्र के अलावा अन्य अभिभावकों ने भी आरोप लगाया है कि टीचर प्रियंका सिंह का व्यवहार पहले से ही बच्चों के प्रति आक्रामक रहा है। एक अभिभावक श्वेता गजभिए ने बताया कि वह कई बार बच्चों को मारती और डांटती थीं, लेकिन डर की वजह से बच्चे कुछ कह नहीं पाते थे।

परिजनों की अपील - हमारे बेटे को न्याय मिले

छात्र की मां संतोषी सहारे ने कहा, "हम चाहते हैं कि हमारे बेटे को न्याय मिले। टीचर को बर्खास्त किया जाए और स्कूल प्रबंधन हमारे बेटे का इलाज कराए। हमारे बच्चे की जिंदगी को खतरे में डाला गया है, इसे हम ऐसे नहीं छोड़ सकते।"

फिलहाल पूरे जिले में मामला बना चर्चा का विषय

यह मामला अब पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। शिक्षा विभाग की जांच रिपोर्ट का सभी को इंतजार है। वहीं, परिजनों की मांग है कि स्कूल और दोषी टीचर के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।

Post a Comment

Previous Post Next Post