राजनांदगांव की खेल प्रतिभाओं ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि अगर जुनून, मेहनत और सही मार्गदर्शन साथ हो तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। साई प्रशिक्षण केंद्र राजनांदगांव और डॉ. जेबी सिंह मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल की अंडर-19 बालिका बास्केटबॉल टीम ने ओडिशा के कटक में आयोजित सीबीएसई क्लस्टर द्वितीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए चैंपियनशिप अपने नाम की।
फाइनल मुकाबले में टीम ने दमदार खेल दिखाते हुए सुशीला बिरला बालिका स्कूल को 51-09 के विशाल अंतर से पराजित किया। शुरुआत से ही राजनांदगांव की बेटियों ने आक्रामक खेल दिखाया और पहले क्वार्टर से बढ़त बनाकर विरोधी टीम को दबाव में रखा। टीम की रणनीति, गति और तालमेल ने विरोधी खिलाड़ियों को संभलने का कोई मौका नहीं दिया।
कप्तान और खिलाड़ियों का बेहतरीन प्रदर्शन
टीम की कप्तान निशा यादव ने नेतृत्व में उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया। आयुषी पटेल, ईशा सिंह, नताशा प्रजापति, पूजा कंवर, तमन्ना, तन्नु, मनु सिंह, हर्षिका, श्रुति, अंजलि और सुमी ने अपने-अपने पोजीशन पर बेहतरीन खेल दिखाया। हर खिलाड़ी ने आक्रमण और डिफेंस दोनों में शानदार योगदान देकर टीम को मजबूती दी।
सफलता में प्रशिक्षकों और प्रबंधकों की अहम भूमिका
इस ऐतिहासिक जीत के पीछे साई कोच दिव्या धारावत का विशेष योगदान रहा। उन्होंने खिलाड़ियों को न केवल तकनीकी कौशल सिखाया बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बनाया। प्रतियोगिता के दौरान टीम की फिटनेस, रणनीति और आत्मविश्वास को बनाए रखने में उनका प्रयास सराहनीय रहा। वहीं टीम प्रबंधक अवनी यादव ने हर स्तर पर खिलाड़ियों का सहयोग किया और उनकी जरूरतों का ख्याल रखा।
फाइनल का रोमांचक सफर
फाइनल मुकाबला शुरू होते ही राजनांदगांव की टीम ने तेज आक्रामक खेल दिखाते हुए अंक जुटाने शुरू किए। पहले क्वार्टर में ही मजबूत बढ़त बनाने के बाद टीम ने डिफेंस को कड़ा कर दिया, जिससे विपक्षी टीम सिर्फ 9 अंक ही बना पाई। आक्रमण में धारदार पासिंग और सटीक शॉट्स की बदौलत राजनांदगांव की टीम ने 51 अंक हासिल किए और मैच अपने नाम कर लिया।
टीमवर्क और अनुशासन की मिसाल
यह जीत केवल खिलाड़ियों की मेहनत का ही नहीं बल्कि टीमवर्क और अनुशासन का भी परिणाम है। हर खिलाड़ी ने एक-दूसरे के लिए खेला, और यही सामूहिक प्रयास उनकी सबसे बड़ी ताकत बना।
स्थानीय स्तर पर उत्साह और सम्मान
जीत की खबर मिलते ही राजनांदगांव में खुशी की लहर दौड़ गई। स्थानीय खेल प्रेमियों, अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन ने खिलाड़ियों को बधाई दी। डॉ. जेबी सिंह मेमोरियल स्कूल के प्राचार्य ने गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “हमारी बेटियों ने यह साबित कर दिया कि मेहनत, अनुशासन और टीमवर्क से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।”
साई प्रशिक्षण केंद्र के अधिकारियों का कहना है कि यह उपलब्धि आने वाले समय में अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी। इस जीत ने न केवल जिले का नाम रोशन किया है बल्कि यह साबित किया है कि छोटे शहरों से भी बड़ी खेल प्रतिभाएं निकल सकती हैं, जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम ऊंचा कर सकती हैं।
राजनांदगांव की इन बेटियों ने अपने प्रदर्शन से यह संदेश दिया है कि खेल के मैदान में जीतने के लिए केवल प्रतिभा ही नहीं, बल्कि लगन, कड़ी मेहनत और सही मार्गदर्शन भी जरूरी है। आने वाले समय में इन खिलाड़ियों से और भी बड़ी उपलब्धियों की उम्मीद है।