अमलीपदर शिशु मंदिर के बच्चों ने थाना भ्रमण कर जाना पुलिस कार्यप्रणाली


 

अमलीपदर के शिशु मंदिर विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के लिए एक विशेष शैक्षिक और जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कक्षा 8वीं, 9वीं और 10वीं के छात्र-छात्राओं ने स्थानीय थाना भ्रमण किया। यह कार्यक्रम पुलिस अधीक्षक निखिल कुमार राखेचा के निर्देशन और मार्गदर्शन में आयोजित हुआ, जिसका मुख्य उद्देश्य बच्चों को पुलिस के कार्यों से नजदीक से अवगत कराना और उनके मन में मौजूद भय को दूर करना था।

कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राएं हाथों में तिरंगा लेकर जोश और उत्साह से भरे देशभक्ति के नारे लगाते हुए थाना पहुंचे। वहां थाना प्रभारी दिलीप कुमार मेश्राम और उनकी टीम ने बच्चों का आत्मीय स्वागत किया। स्वागत के बाद बच्चों को थाने का विस्तृत भ्रमण कराया गया। उन्होंने रिपोर्ट टेबल, एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया, केस डायरी, लॉकअप, पूछताछ कक्ष जैसी महत्वपूर्ण जगहों को नजदीक से देखा।

थाना प्रभारी ने सरल और स्पष्ट भाषा में पुलिस कार्यप्रणाली, अपराध दर्ज होने से लेकर जांच प्रक्रिया तक के सभी चरणों की जानकारी दी। बच्चों ने पूरे ध्यान और उत्सुकता के साथ बातें सुनीं और बीच-बीच में सवाल भी पूछे। विशेष रूप से हथियारों और सुरक्षा उपकरणों को लेकर छात्रों में गहरी रुचि देखने को मिली। उन्होंने गोलियों के प्रकार, बंदूक के संचालन के नियम, सुरक्षा उपाय और इसके उपयोग के समय बरती जाने वाली सावधानियों पर प्रश्न किए, जिनका थाना प्रभारी ने विस्तार से उत्तर दिया।

कार्यक्रम के दौरान थाना प्रभारी ने बच्चों की जिज्ञासा और तकनीकी जानकारी के प्रति रुचि की सराहना की। उन्होंने विद्यार्थियों को भविष्य में जिम्मेदार नागरिक बनने, कानून का पालन करने और समाज में सकारात्मक भूमिका निभाने का संदेश दिया।

भ्रमण के उपरांत थाना परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने देशभक्ति गीत, नृत्य और कविता पाठ प्रस्तुत किए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा नेता निर्भय सिंह ठाकुर उपस्थित रहे। उन्होंने बच्चों के उत्साह और भागीदारी की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से विद्यार्थियों में अनुशासन, कानून की समझ और समाज सेवा की भावना विकसित होती है।

इस तरह का आयोजन बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक साबित होता है, क्योंकि इससे न केवल उनकी जानकारी बढ़ती है, बल्कि वे पुलिस-जन सहयोग की अहमियत को भी समझते हैं। कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों को पुलिस टीम ने धन्यवाद ज्ञापित किया और भविष्य में भी ऐसे जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का आश्वासन दिया।

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