दुर्ग में नशा मुक्ति अभियान की बड़ी सफलता: गांजा तस्करी का खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार


 

दुर्ग // जिले में नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान “ऑपरेशन विश्वास” के तहत दुर्ग सिटी कोतवाली पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। थाना प्रभारी तापेश्वर सिंह नेताम के नेतृत्व में पुलिस टीम ने गांजा तस्करी के नेटवर्क को पकड़ने में सफलता पाई है।

मुखबिर की सूचना पर छापा

जानकारी के मुताबिक, 5 अगस्त 2025 को पुलिस को सूचना मिली कि कुछ लोग गांजे की खेप लेकर जिला अस्पताल दुर्ग के पास बंद नलघर क्षेत्र में मौजूद हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने तत्काल घेराबंदी कर दो आरोपियों को पकड़ा। पूछताछ में उनकी पहचान मोहित जायसवाल और डब्ल्यू. बंसकार, दोनों निवासी ग्राम चाका मुंडीचर, प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई।

गांजे की खेप जब्त

तलाशी के दौरान आरोपियों के कब्जे से 21.260 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग ₹2,10,000 बताई जा रही है। साथ ही एक वीवो कंपनी का मोबाइल फोन भी जब्त किया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी उड़िसा से गांजा खरीदकर बस के जरिए दुर्ग पहुंचे थे और यहां से ट्रेन द्वारा प्रयागराज वापस जाने की तैयारी में थे।

एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज

आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20(बी) और 20(सी) के तहत अपराध दर्ज किया गया है। उन्हें गिरफ्तार कर अपराध क्रमांक 374/25 पंजीबद्ध किया गया और न्यायालय में पेश करने के बाद न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया।

तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी

पुलिस की आगे की जांच में यह मामला और गहराया। जांच के दौरान एक और आरोपी की संलिप्तता सामने आई। टीम को प्रयागराज रवाना किया गया, जहां से तीसरे आरोपी संदीप कुमार सिंह पटेल (उम्र 33 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया। वह मूल रूप से घोरहा कल्याणपुर थाना शंकरगढ़, जिला प्रयागराज का निवासी है और फिलहाल प्रयागराज के कीडगंज क्षेत्र में किराए के मकान में रह रहा था।

पुलिस पूछताछ में संदीप ने भी अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। इसके बाद उसे पुलिस अभिरक्षा में दुर्ग लाया गया और न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया।

पुलिस की टीम का योगदान

इस पूरे प्रकरण की सफलता में थाना प्रभारी निरीक्षक तापेश्वर सिंह नेताम के साथ-साथ सउनि रामकृष्ण तिवारी, आरक्षक सुरेश जायसवाल, केशव कुमार, विकास तिवारी और सुरेश चौहान का विशेष योगदान रहा। टीम की तत्परता और समन्वय से गांजा तस्करी के इस नेटवर्क का भंडाफोड़ संभव हो पाया।

नशे के खिलाफ अभियान

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि “ऑपरेशन विश्वास” के तहत जिले में लगातार कार्रवाई की जा रही है ताकि नशे के अवैध कारोबार को जड़ से खत्म किया जा सके। नशे के सौदागरों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और हर सूचना पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।

समाज को संदेश

इस तरह की कार्यवाहियां समाज के लिए एक सकारात्मक संदेश देती हैं कि पुलिस नशा मुक्त समाज की दिशा में लगातार प्रयासरत है। पुलिस ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे नशे के अवैध कारोबारियों की जानकारी तुरंत पुलिस तक पहुंचाएं ताकि इस कुप्रवृत्ति को खत्म किया जा सके।

दुर्ग पुलिस की यह कार्रवाई न केवल जिले में बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक मिसाल है कि यदि सख्ती और सतर्कता से काम किया जाए तो नशे के खिलाफ लड़ाई को मजबूती मिल सकती है।

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