कोरबा में महिला से मारपीट, कपड़े फाड़े और चेन लूटी – बदमाशों ने घर में घुसकर की तोड़फोड़


 

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के सीएसईबी चौकी क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नंबर 16, पंप हाउस मैगजीन भाटा में रक्षाबंधन की रात से शुरू हुआ विवाद रविवार को हिंसा और लूट की बड़ी वारदात में बदल गया। मोहल्ले के कुछ युवकों ने एक महिला पर हमला कर उसके कपड़े फाड़ दिए और गले से सोने की चेन छीन ली। यही नहीं, बदमाशों ने घर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ भी की, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।

झगड़े की शुरुआत और पुलिस को सूचना
जानकारी के अनुसार, रक्षाबंधन की रात मोहल्ले की एक महिला से युवकों की कहासुनी हो गई थी। विवाद इतना बढ़ा कि महिला ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन युवक पकड़ में न आने के लिए उसी महिला के घर में छिपने की कोशिश करने लगे। महिला ने उन्हें मना कर दिया और पुलिस पूछताछ में उनके नाम भी बता दिए।

बदले की कार्रवाई में बेटे पर हमला
इससे नाराज होकर आरोपियों ने रविवार रात महिला के बेटे गब्बर को काम से घर लौटते समय रास्ते में रोक लिया और मारपीट शुरू कर दी। गब्बर किसी तरह जान बचाकर घर पहुंचा और मां व चाचा को पूरी घटना बताई।

मैदान में पूछताछ करने गए तो हुआ हमला
इसके बाद महिला और उसका देवर मैदान में युवकों से बात करने पहुंचे। तभी आरोपियों ने अचानक उन पर हमला बोल दिया। महिला को बुरी तरह पीटा गया, उसके कपड़े फाड़ दिए और गले से सोने की चेन छीन ली गई। देवर को भी गंभीर चोटें आईं। दोनों किसी तरह जान बचाकर सीएसईबी चौकी पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई।

घर में घुसकर की तोड़फोड़
शिकायत की भनक लगते ही बदमाशों ने गब्बर के घर पर धावा बोल दिया। उन्होंने दरवाजे और खिड़कियां तोड़ डालीं, घर का सामान बर्बाद किया और राहगीरों को भी पीटा। स्थानीय लोगों का कहना है कि आरोपी अक्सर शराब और नशा करके मोहल्ले में हुड़दंग मचाते हैं।

लोगों में डर का माहौल
घटना के बाद से पीड़ित परिवार और आसपास के बस्तीवासी भय में हैं। नाम न छापने की शर्त पर स्थानीय निवासियों ने बताया कि आरोपी महात्मा गांधी अर्बन इंडस्ट्रियल पार्क को अपना अड्डा बनाए हुए हैं और पहले भी कई बार गंभीर वारदातें कर चुके हैं। लोगों ने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

पुलिस की कार्रवाई की मांग तेज
फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है। पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं, इसलिए सुरक्षा की भी जरूरत है। वहीं, बस्ती के लोगों का कहना है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो ये आरोपी फिर किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं।

यह वारदात न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि मोहल्लों में सक्रिय ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ समय रहते कठोर कदम उठाना क्यों जरूरी है।

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