धमतरी में दर्दनाक हादसा: विशाखापट्टनम रोड पर तूफान वाहन पलटने से एक की मौत, आठ घायल


 

छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में रविवार रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया, जिसमें एक बुजुर्ग की जान चली गई और आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा मगरलोड थाना क्षेत्र के अंतर्गत विशाखापट्टनम रोड पर हुआ, जब एक तूफान वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। सभी लोग एक सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होकर लौट रहे थे।

जानकारी के अनुसार, सिहावा में पटेल समाज का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में बारना राजपाली और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे। समारोह समाप्त होने के बाद सभी लोग तूफान वाहन में सवार होकर विशाखापट्टनम रोड से वापस लौट रहे थे। जैसे ही वाहन ग्राम राजपुर के पास पहुंचा, सड़क पर पड़े मुरम के ढेर से गुजरते समय वाहन का संतुलन बिगड़ गया और वह पलट गया।

इस दुर्घटना में 65 वर्षीय सुखाऊ राम पटेल, जो वाहन के मालिक थे और मेघा गांव के निवासी थे, की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि हादसे के समय वाहन उनका कोई रिश्तेदार चला रहा था। दुर्घटना में घायल हुए लोगों में कुमार पटेल (58), मनोज पटेल (46), पुरुषोत्तम पटेल (32), तुलसीराम पटेल (45), नीरज पटेल (35) सहित आठ लोग शामिल हैं। सभी को प्राथमिक उपचार के लिए कुरूद अस्पताल भेजा गया, जहां उनका इलाज जारी है।

सूचना मिलते ही मगरलोड और कुरूद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायलों को 108 एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया। वहीं, मृतक सुखाऊ राम पटेल के शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमॉर्टम किया गया और बाद में शव को परिजनों को सौंप दिया गया।

हादसे के बाद क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है। पटेल समाज के सदस्य और स्थानीय लोग अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल ले रहे हैं। गांव के लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण के दौरान मुरम को किनारे करने के बजाय बीच सड़क पर छोड़ दिया गया था, जिससे यह दुर्घटना हुई।

एडिशनल एसपी मणिशंकर चंद्रा ने बताया कि यह हादसा सामाजिक कार्यक्रम से लौटते समय हुआ। अभी तक इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि ड्राइवर की लापरवाही, सड़क की स्थिति और वाहन की तकनीकी खराबी – सभी पहलुओं की जांच की जाएगी।

स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़कों पर रखे मुरम और अन्य बाधाओं को तुरंत हटाया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके। उन्होंने साथ ही हादसे में घायल लोगों के उपचार के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने की अपील की है।

यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि सड़क पर लापरवाही, चाहे वह चालक की हो या निर्माण एजेंसी की, कितनी बड़ी जानलेवा हो सकती है। ऐसे हादसों को रोकने के लिए न केवल चालकों को सतर्क रहना जरूरी है, बल्कि सड़क निर्माण और रखरखाव में भी उच्च मानकों का पालन किया जाना चाहिए।

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