महानदी पुल से कूदकर जान देने वाली महिला का शव बरामद, परिजनों से हो रही पूछताछ


 

रायपुर के आरंग क्षेत्र में महानदी पुल से कूदकर जान देने वाली महिला स्वाति त्रिवेदी (27) की लाश मंगलवार सुबह नदी में तैरती हुई मिली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।


जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह आरंग पुलिस को ग्राम पारागांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-53 पर बने महानदी पुल पर एक स्कूटी और दुपट्टा मिला था। उसी आधार पर आशंका जताई गई कि किसी महिला ने पुल से नदी में छलांग लगाई है। खोजबीन के बाद मंगलवार को महिला का शव बरामद हुआ। मृतका रायपुर के संतोषी नगर की रहने वाली थी और मायका पारागांव में है।


पुलिस ने बताया कि स्वाति त्रिवेदी की शादी करीब दो साल पहले हुई थी और उसकी ढाई महीने की एक बच्ची भी है। स्वाति इस समय मायके आई हुई थी और रक्षाबंधन का त्यौहार यहीं पर मनाया था। रविवार को उसका पति और ससुराल पक्ष के लोग उससे मिलने आए थे, लेकिन उसी दिन लौट गए। सोमवार की सुबह करीब 5 बजे वह स्कूटी लेकर घर से निकली और वापस नहीं लौटी। बाद में उसकी स्कूटी और दुपट्टा पुल पर मिला।


थाना प्रभारी राजेश सिंह के अनुसार, प्रारंभिक जांच से मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, लेकिन कारणों की स्पष्ट जानकारी अभी सामने नहीं आई है। पुलिस परिजनों से पूछताछ कर रही है और हर पहलू की गहनता से जांच की जा रही है।


इस बीच, पुलिस ने सोमवार को तलाश अभियान के दौरान एक और शव बरामद किया था। यह शव एक बुजुर्ग महिला का था, जिसकी पहचान चंपा चंद्राकर (78) निवासी बेमचा, जिला महासमुंद के रूप में हुई है। परिजनों ने आकर शिनाख्त की और बताया कि वह 15 अगस्त को घर से बिना बताए निकल गई थी और वापस नहीं लौटी। पहचान होने के बाद पुलिस ने आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर शव परिजनों को सौंपने की तैयारी की है।


इन दोनों घटनाओं से स्थानीय लोगों में गहरी चिंता और सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि स्वाति के कदम उठाने के पीछे व्यक्तिगत कारण थे या कोई अन्य दबाव। मायके और ससुराल पक्ष दोनों से पूछताछ की जा रही है।


गांव के लोग इस घटना को लेकर स्तब्ध हैं, क्योंकि स्वाति का मायके आना और त्यौहार मनाने के तुरंत बाद इस तरह से कदम उठाना किसी को समझ नहीं आ रहा। लोगों का कहना है कि ढाई महीने की बच्ची के होते हुए भी ऐसा निर्णय लेना बेहद दुखद है।


फिलहाल, पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद रिपोर्ट का इंतजार करने की बात कही है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय होगी।


इस घटना ने एक बार फिर रिश्तों में तनाव, मानसिक दबाव और सामाजिक परिस्थितियों से जुड़े सवालों को उजागर कर दिया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए परिवार और समाज दोनों को संवेदनशील बनने की जरूरत है।

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