रायपुर जिले के तिल्दा नेवरा थाना क्षेत्र में एक बेहद गंभीर मामला सामने आया है। यहां रेप और हाफ मर्डर केस में गवाही देने वाले गवाह को जान से मारने की धमकी दी गई। गवाह के अनुसार, हिस्ट्रीशीटर आरोपी ने अपने साथियों के साथ उसके घर में घुसकर दबाव बनाया कि वह अदालत में सच्चाई न बोले। पुलिस ने इस शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गवाह पर धमकियों की बौछार
मामला 2021 के एक पुराने अपराध से जुड़ा हुआ है, जिसमें बालकृष्ण जांगड़े पर एक युवती के साथ दुष्कर्म कर हत्या की नीयत से हमला करने का आरोप है। इस केस में प्रमोद वर्मा मुख्य गवाह है। हाल ही में कोर्ट से गवाही के लिए नोटिस मिलने के बाद से ही प्रमोद को लगातार धमकियां मिलने लगीं। आरोपी और उसके साथी लगातार फोन कर यह दबाव बना रहे थे कि वह कोर्ट में गवाही न दे और मामले को समझौते की ओर ले जाए।
स्थिति तब और बिगड़ गई जब आरोपी गवाह के घर में घुस आए और उसे डराने-धमकाने लगे। उन्होंने गवाह को साफ शब्दों में कहा कि अगर उसने अदालत में बयान दिया तो उसकी जान को खतरा होगा। इससे गवाह और उसके परिवार में दहशत फैल गई।
पुलिस में शिकायत और त्वरित कार्रवाई
गवाह ने इस पूरी घटना की रिपोर्ट तिल्दा नेवरा थाने में दर्ज कराई। शिकायत मिलते ही पुलिस हरकत में आई और जांच शुरू की। पुलिस को पता चला कि धमकी देने वालों में तिल्दा क्षेत्र का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर जयमोहन उर्फ लक्की शर्मा भी शामिल है, जिसके खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।
गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत दबिश दी और जयमोहन सहित उसके पांच अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपी अब पुलिस हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
पुलिस ने जिन छह लोगों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान इस प्रकार है:
1. जयमोहन उर्फ लक्की शर्मा, पिता मोतीलाल शर्मा (33), निवासी वार्ड क्र. 02 सासाहोली, थाना तिल्दा नेवरा, जिला रायपुर।
2. सूरज वर्मा, पिता अरुण वर्मा (26), निवासी वार्ड क्र. 17, तिल्दा श्याम नगर, थाना तिल्दा नेवरा, जिला रायपुर।
3. रवि उर्फ गप्पू वर्मा, पिता बनवाली राम वर्मा (31), निवासी वार्ड क्र. 02 तुलसी नेवरा, थाना तिल्दा नेवरा, जिला रायपुर।
4. रजत वर्मा, पिता गजेन्द्र कुमार वर्मा (24), निवासी वार्ड क्र. 03 छतौद, थाना तिल्दा नेवरा, जिला रायपुर।
5. अजय राहूजा, पिता विजय राहूजा (23), निवासी वार्ड क्र. 02 सासाहोली, थाना तिल्दा नेवरा, जिला रायपुर।
6. दीपक उर्फ बबलू वर्मा, पिता प्रेमलाल वर्मा (41), निवासी वार्ड क्र. 01 जोता, थाना तिल्दा नेवरा, जिला रायपुर।
गवाह सुरक्षा पर उठे सवाल
यह पूरा मामला एक बड़े सवाल को जन्म देता है कि आखिर गवाहों की सुरक्षा को लेकर किस हद तक गंभीरता बरती जा रही है। भारतीय न्याय व्यवस्था में गवाहों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होती है। अगर गवाह ही डर कर पीछे हट जाए तो कई अपराधी आसानी से छूट सकते हैं। यही कारण है कि इस मामले ने प्रशासन और पुलिस पर अतिरिक्त दबाव बना दिया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वे सीधे गवाह के घर पहुंचकर उसे धमकाने लगे। ऐसे हालात में आम नागरिकों को यह भरोसा होना चाहिए कि कानून व्यवस्था उनके साथ खड़ी है।
पुलिस का सख्त संदेश
पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि गवाहों को धमकाना गंभीर अपराध है और इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त धाराओं में केस दर्ज किया गया है और जांच पूरी होने के बाद चार्जशीट पेश की जाएगी।
पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में एक स्पष्ट संदेश गया है कि चाहे आरोपी कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, गवाहों पर दबाव डालने जैसी घटनाओं को कानून कतई सहन नहीं करेगा।
न्याय की उम्मीद
गवाह प्रमोद वर्मा ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई पर संतोष जताया है और कहा है कि अब उसे उम्मीद है कि वह अदालत में बिना किसी डर के गवाही दे पाएगा। यह मामला इस बात को भी रेखांकित करता है कि यदि समय पर पुलिस हस्तक्षेप करे तो गवाहों का मनोबल टूटने से बचाया जा सकता है।
यह घटना न केवल तिल्दा नेवरा क्षेत्र बल्कि पूरे राज्य के लिए एक सीख है कि गवाह सुरक्षा को प्राथमिकता दिए बिना न्याय की प्रक्रिया अधूरी रह सकती है।