छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जहां पूरे देश में आजादी का जश्न मनाया जा रहा था, वहीं कुछ शरारती युवकों ने इस दिन को हुड़दंग में बदल दिया। मामला एसईसीएल कॉलोनी और मानिकपुर चौकी क्षेत्र का है, जहां दर्जनों बाइकर्स ने बाइक के साइलेंसर से तेज धमाके कर माहौल बिगाड़ दिया। इन आवाजों से न सिर्फ स्थानीय लोग परेशान हुए बल्कि प्रशासन तक इसकी गूंज पहुंच गई।
दरअसल, उसी समय आत्मानंद स्कूल में स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम चल रहा था। इस कार्यक्रम में कोरबा के कलेक्टर अजीत वसंत, एसपी सिद्धार्थ तिवारी और वन विभाग के अधिकारी मौजूद थे। पास ही हेलीपैड क्षेत्र में पौधरोपण का आयोजन चल रहा था। इसी दौरान अचानक बाइकर्स ने अपनी गाड़ियों से जोरदार आवाजें निकालना शुरू कर दिया। तेज धमाकों जैसी आवाज सुनकर कार्यक्रम स्थल पर मौजूद अधिकारियों का ध्यान इस ओर गया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने तत्काल पुलिस और वन विभाग की टीम को मौके पर भेजा। पुलिस टीम को देखते ही बाइकर्स के बीच अफरा-तफरी मच गई। कई युवक भाग निकले, लेकिन पुलिस और वनकर्मियों ने पीछा कर 8 युवकों को पकड़ लिया। पकड़े गए सभी बाइकर्स को मानिकपुर चौकी लाया गया और उनकी बाइकें भी जब्त कर ली गईं।
कॉलोनी के स्थानीय लोगों ने बताया कि ये बाइकर्स लंबे समय से इलाके में उपद्रव मचाते हैं। कई बार रात के समय तेज रफ्तार में गाड़ियां चलाना, तेज आवाज करना और मना करने पर गाली-गलौज करना उनकी आदत बन चुकी है। कुछ लोगों ने यह भी कहा कि विरोध करने पर मारपीट तक की धमकी दी जाती है। इस घटना से नाराज स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की।
मानिकपुर चौकी प्रभारी नवीन पटेल ने बताया कि पकड़े गए युवकों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। साथ ही अन्य आरोपियों की पहचान भी की जा रही है, ताकि उन्हें भी कानून के दायरे में लाया जा सके। उन्होंने कहा कि जिले में पहले से ही तेज रफ्तार वाहन और पटाखे जैसी आवाज निकालने वाले साइलेंसरों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
कोरबा के अलावा राजधानी रायपुर में भी इसी तरह का मामला सामने आया। नवा रायपुर की सड़कों पर 9 युवक स्वतंत्रता दिवस पर बाइक से खतरनाक स्टंट करते हुए पकड़े गए। ये युवक खुलेआम सड़क पर स्टंट कर खुद को और दूसरों को खतरे में डाल रहे थे। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी को हिरासत में ले लिया और उनकी बाइकें जब्त कर लीं। इन युवकों पर भी प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की हरकतें गंभीर अपराध की श्रेणी में आती हैं, क्योंकि इससे सड़क पर चलने वाले अन्य लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है। स्वतंत्रता दिवस जैसे पावन अवसर पर इस तरह का गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि कानून तोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। आने वाले समय में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पुलिस चौकसी और बढ़ाएगी। यातायात विभाग ने भी कहा है कि बाइक से स्टंट, तेज आवाज वाले साइलेंसर और बिना हेलमेट गाड़ी चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि त्योहारों और राष्ट्रीय पर्वों पर कुछ युवक क्यों इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना हरकतों को शौक समझ बैठते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में परिवार और समाज की भूमिका भी अहम है। युवाओं को कानून और व्यवस्था के प्रति जागरूक करना समय की जरूरत है।
कोरबा और रायपुर की घटनाओं ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है। पुलिस ने साफ कर दिया है कि चाहे पर्व-त्योहार हो या सामान्य दिन, कोई भी व्यक्ति यदि नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।