भिलाई में 17 अगस्त की रात हुई लूट की वारदात का खुलासा जीआरपी ने कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अभी भी फरार है। वारदात तब हुई जब एक महिला अपने भाई के साथ अस्पताल से डायलिसिस कराकर घर लौट रही थी।
घटना का विवरण
भिलाई-3 रेलवे कॉलोनी निवासी कुमुद पटेल (41) अपने भाई आकाश श्रीवास्तव के साथ मित्तल अस्पताल से डायलिसिस कराकर घर लौट रही थीं। रात करीब 10 बजे जैसे ही वे अपने घर के पास पहुँचीं, चार युवक अचानक उनके पास आ धमके और उनका काला बैग छीन लिया। बैग में केवल 500 रुपए और डायलिसिस की पर्ची थी।
जब महिला ने विरोध किया तो आरोपियों ने लोहे की रॉड से उनके सिर पर वार किया। महिला का बचाव करने पहुंचे भाई आकाश पर भी हमला किया गया। इस दौरान शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए, जिससे घबराकर आरोपी वहां से भाग निकले। भागते समय उन्होंने जल्दबाजी में अपनी बाइक मौके पर ही छोड़ दी।
पुलिस की कार्रवाई
जीआरपी टीम ने तत्काल जांच शुरू की। घटनास्थल पर छोड़ी गई बाइक के आधार पर आरोपियों तक पहुंच बनाई गई। पुलिस ने भूपेंद्र कुमार भारद्वाज (35), अखिलेश उर्फ राजा गुप्ता (27) और दुष्यंत दास उर्फ बब्बू (24) को गिरफ्तार कर लिया। चौथा आरोपी देवाशीश अब भी फरार बताया जा रहा है।
पूछताछ में तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि वारदात के बाद बैग और लोहे की रॉड को नाले में फेंक दिया गया था। बैग से मिले मात्र 500 रुपए को उन्होंने खाने-पीने में खर्च कर दिया। पुलिस ने तीनों को 18 अगस्त को अदालत में पेश किया, जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया।
संवेदनशील पहलू
इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं कि छोटे-छोटे पैसों के लिए लोग अपराध का रास्ता क्यों चुन रहे हैं। बीमार महिला से लूट और उस पर हमला समाज की संवेदनहीनता को उजागर करता है। पुलिस की तत्परता से आरोपी गिरफ्तार हो गए, लेकिन इस तरह की घटनाएं यह संकेत देती हैं कि अपराधी किसी भी हालात में मौका तलाशते रहते हैं।
फरार आरोपी की तलाश
जीआरपी ने चौथे आरोपी की तलाश तेज कर दी है। पुलिस का कहना है कि फरार आरोपी को भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। इस संबंध में स्थानीय लोगों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।