दुर्ग जिले में पुलिस द्वारा अवैध शराब कारोबार पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। इसी क्रम में सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने शनिवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। पुलिस ने मुखबिर से मिली सटीक सूचना पर घेराबंदी कर आरोपी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। उसके पास से 30 पौवा देशी मसाला मदिरा, जिसकी मात्रा लगभग 5.4 बल्क लीटर बताई गई है, और नगद रकम ₹110 बरामद की गई। जब्त की गई शराब और नकदी की कुल कीमत लगभग ₹3,110 आंकी गई है।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस को जानकारी मिली थी कि शिवनाथ नदी रोड, पंचवटी भवन के सामने अवैध शराब बेची जा रही है। इस पर पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची और दबिश दी। आरोपी भागने की कोशिश कर रहा था लेकिन पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से वह पकड़ा गया। आरोपी की पहचान शेख रहमान (उम्र 30 वर्ष), पिता शेख अफसर, निवासी तकियापारा, दुर्ग के रूप में हुई है।
गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने पूछताछ की तो आरोपी शराब बेचने की बात स्वीकार कर बैठा। उसके खिलाफ अपराध क्रमांक 382/2025 दर्ज किया गया है। मामले में धारा 34(2) आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर उसे न्यायालय में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया।
इस पूरी कार्रवाई में सउनि मोहन लाल साहू, प्र.आर. चेतन साहू और आर. थॉमसन पीटर की अहम भूमिका रही। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा है। पुलिस का उद्देश्य है कि शहर और आसपास के क्षेत्रों में अवैध शराब की बिक्री पूरी तरह खत्म की जा सके।
दुर्ग पुलिस अधीक्षक ने भी इस कार्रवाई की सराहना की है और टीम को बधाई दी है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि ऐसे अभियान आगे भी लगातार जारी रहेंगे। शराब माफियाओं और अवैध कारोबारियों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। जिले में अवैध शराब के कारण अक्सर सामाजिक और पारिवारिक विवाद उत्पन्न होते हैं। ऐसे में पुलिस की यह मुहिम समाज में एक सकारात्मक संदेश देने का कार्य कर रही है।
अवैध शराब न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है, बल्कि इससे कानून व्यवस्था पर भी असर पड़ता है। इसीलिए पुलिस समय-समय पर छापेमारी कर कार्रवाई कर रही है। दुर्ग पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे भी ऐसे मामलों की सूचना तुरंत थाने में दें ताकि समाज से इस अवैध कारोबार को समाप्त किया जा सके।
शहर में कई बार देखा गया है कि अवैध शराब बेचने वाले लोग छोटे-छोटे ठिकानों पर अपनी दुकानें सजा लेते हैं और भोले-भाले लोगों को निशाना बनाते हैं। इस पर रोक लगाने के लिए पुलिस का यह कदम बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लगातार चल रहे अभियानों से यह उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में ऐसे कारोबारियों का हौसला पस्त होगा और वे इस गैरकानूनी धंधे से दूरी बनाएंगे।
दुर्ग जिले में पुलिस की सख्ती और नियमित छापेमारी से समाज के लोगों में भी जागरूकता बढ़ रही है। लोग अब बेझिझक पुलिस को सूचना देने लगे हैं। यह सहयोग पुलिस और जनता के बीच विश्वास का प्रतीक है।
इस तरह की कार्रवाई से साफ जाहिर है कि प्रशासन किसी भी हालत में अवैध शराब कारोबारियों को बख्शने के मूड में नहीं है। आने वाले समय में और भी बड़े स्तर पर ऑपरेशन चलाए जा सकते हैं ताकि शहर पूरी तरह इस समस्या से मुक्त हो सके।