छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का हेलिकॉप्टर डेढ़ महीने में दूसरी बार तकनीकी खराबी का शिकार हो गया। सोमवार को वे सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के दौरे पर रवाना होने वाले थे, लेकिन उड़ान भरने से पहले ही हेलिकॉप्टर में समस्या आ गई। पुलिस लाइन हेलीपैड में करीब 45 मिनट तक मेंटनेंस का काम चलता रहा। इस दौरान मुख्यमंत्री वेटिंग रूम में इंतजार करते रहे। जब तक खराबी ठीक नहीं हुई, तब तक समय काफी निकल गया और अंततः मुख्यमंत्री को सड़क मार्ग से सारंगढ़-बिलाईगढ़ के लिए रवाना होना पड़ा।
नए शेड्यूल के अनुसार मुख्यमंत्री का सारंगढ़ पहुंचने का समय अब दोपहर 3 बजे निर्धारित किया गया। इस दौरान उनके साथ क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि इससे पहले 21 जून को जशपुर दौरे के दौरान भी सीएम के हेलिकॉप्टर में तकनीकी दिक्कत आई थी, जिसके चलते उनका कार्यक्रम प्रभावित हुआ था।
कार्यक्रमों में बदलाव
मुख्यमंत्री आज कुल 17 कार्यक्रमों में शामिल होने वाले थे, जो दोपहर 12:15 बजे से शाम 6 बजे तक निर्धारित थे। सुबह 11:20 बजे वे अपने निवास से पुलिस ग्राउंड हेलीपैड पहुंचे थे और 12:15 बजे सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला मुख्यालय पहुंचने का शेड्यूल था। लेकिन तकनीकी खराबी के कारण सभी कार्यक्रमों का समय बदलना पड़ा।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान हवाई जहाज या हेलिकॉप्टर में खराबी आई हो। 16 अक्टूबर 2024 को बस्तर प्रवास के समय भी हेलिकॉप्टर में दिक्कत आने के बाद झारखंड से दूसरा हेलिकॉप्टर मंगाकर दौरा पूरा किया गया था। इसके अलावा 21 जून 2024 को जशपुर दौरे में भी ऐसी समस्या सामने आई थी।
हवाई यात्रा पर भारी खर्च
राज्य सरकार ने बीते चार वर्षों में हवाई यात्रा पर भारी खर्च किया है। 2021 से 2024 के बीच छत्तीसगढ़ सरकार ने 200 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हवाई किराए पर खर्च की।
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वर्ष 2021-22 में ढिल्लन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड से 11 बार हेलिकॉप्टर किराए पर लेने पर 6 करोड़ 66 लाख 42 हजार 783 रुपये, और एयर किंग चार्टर प्राइवेट लिमिटेड से 21 बार किराए पर लेने पर 18 करोड़ 15 लाख 92 हजार 159 रुपये खर्च हुए।
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वर्ष 2022-23 में ढिल्लन एविएशन से 41 बार किराए पर लेने पर 59 करोड़ 99 लाख 44 हजार 105 रुपये, और एयर किंग चार्टर से 16 बार किराए पर लेने पर 18 करोड़ 71 लाख 29 हजार 947 रुपये का भुगतान किया गया।
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वर्ष 2023-24 में ढिल्लन एविएशन से 51 बार किराया लेने पर 89 करोड़ 50 लाख 33 हजार 999 रुपये खर्च हुए।
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वर्ष 2024-25 में अब तक ढिल्लन एविएशन से 37 बार हेलिकॉप्टर किराए पर लेने पर 56 करोड़ 11 लाख 99 हजार 825 रुपये का भुगतान किया गया है।
सरकारी विमान की जानकारी
सरकार के पास साल 2006-07 में खरीदा गया डबल इंजन युक्त शासकीय विमान ‘किंग एयर B-200, VT-CTG’ भी है, जो दिसंबर 2006 से सेवा में है। हालांकि, समय-समय पर सरकार निजी कंपनियों से भी हेलिकॉप्टर और विमान किराए पर लेकर मुख्यमंत्री और अन्य वीआईपी यात्राओं के लिए इस्तेमाल करती है।
इस ताजा घटना ने एक बार फिर से सरकारी विमानों और हेलिकॉप्टरों की तकनीकी स्थिति और उनके रखरखाव को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। बार-बार तकनीकी खराबी से न केवल मुख्यमंत्री के कार्यक्रम प्रभावित हो रहे हैं, बल्कि इससे सुरक्षा और विश्वसनीयता को लेकर भी चिंताएं बढ़ रही हैं। अब देखना होगा कि इस घटना के बाद सरकार इस दिशा में क्या कदम उठाती है।