जिला बदर की बड़ी कार्रवाई: सात शातिर अपराधियों को जिले से बाहर किया गया, अपराध मुक्त माहौल की पहल



राजनांदगांव। जिले में लगातार हो रहे अपराधों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से पुलिस प्रशासन ने एक बड़ी सख्त कार्रवाई करते हुए सात आरोपियों को जिला बदर कर दिया है। इनमें से दो आरोपियों को तीन महीने और पांच आरोपियों को छह महीने के लिए जिले से बाहर रहने का आदेश दिया गया है। यह निर्णय पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग और कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देश पर लिया गया है। जिला बदर की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि जिले में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है।

कौन हैं जिला बदर किए गए आरोपी?

  1. नंद कुमार साहू (डोंगरगढ़) – इस आरोपी पर अवैध शराब बिक्री का मामला दर्ज है। नंद कुमार पर पहले भी इसी तरह की गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप लग चुका है।

  2. सज्जन टांडेकर (रामपुर) – सज्जन पर चोरी, लूट और मारपीट जैसे गंभीर आरोप हैं। उसके खिलाफ पहले भी कई आपराधिक केस दर्ज हो चुके हैं।

  3. कोमल यादव (गठुला) – कोमल यादव पर झगड़ा करने और अवैध शराब की बिक्री करने के आरोप लगे हैं। स्थानीय लोगों ने कई बार उसकी शिकायत पुलिस से की थी।

  4. खूबलाल जंघेल (मोतीपुर) – खूबलाल पर भी अवैध शराब बिक्री का आरोप है। वह पहले भी इस मामले में गिरफ्तार हो चुका है।

  5. सागर वाहने (चिखली) – यह आरोपी लूट और अवैध हथियार रखने के मामले में संलिप्त पाया गया है। उस पर कई बार थानों में शिकायतें आई थीं।

  6. भास्कर खान (चिखली) – भास्कर पर हत्या के प्रयास और मारपीट के गंभीर आरोप हैं। वह जिले में अपराध का पुराना खिलाड़ी माना जाता है।

  7. अरशद असरफी खान (डोंगरगढ़) – इस आरोपी के खिलाफ जुए और हिंसक गतिविधियों के मामले दर्ज हैं। उसकी वजह से मोहल्ले में कई बार तनाव की स्थिति बनी।

पुलिस-प्रशासन की निगरानी और अगली रणनीति

पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने बताया कि इन आरोपियों की हर गतिविधि पर लंबे समय से निगरानी रखी जा रही थी। सभी आरोपियों के खिलाफ एक से ज्यादा गंभीर अपराध दर्ज थे। बार-बार समझाइश देने के बावजूद जब उनकी गतिविधियां नहीं रुकीं, तब प्रशासन ने जिला बदर की कार्रवाई को अंतिम उपाय के रूप में अपनाया।

कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने स्पष्ट किया कि जिला प्रशासन अपराधियों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। जिन लोगों से सामाजिक व्यवस्था को खतरा है, उन्हें जिले से बाहर कर शांति व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता है।

सभी आरोपियों को राजनांदगांव जिले की सीमाओं से दूर रहने के निर्देश दिए गए हैं। यदि कोई भी आरोपी नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ तत्काल सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी चेतावनी दी है कि किसी भी सूरत में अपराधियों की वापसी सहन नहीं की जाएगी।

सामाजिक और कानूनी संदेश

पुलिस की इस सख्त कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि राजनांदगांव जिले में कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। आम जनता ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है और आशा जताई है कि ऐसी ही पहल आगे भी जारी रहेगी।

यह कार्रवाई न सिर्फ वर्तमान अपराधियों को सबक देने का काम करेगी, बल्कि भविष्य में अपराध करने की सोच रखने वालों को भी चेतावनी होगी कि कानून का डंडा सब पर बराबर चलता है।


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